नेशनल हेराल्ड और नवजीवन के एडिटन-इन-चीफ नीलाभ मिश्र का 57 वर्ष की उम्र में चेन्नई में शनिवार (24 फ़रवरी) सुबह 7स30 बजे निधन हो गया। नीलाभ लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे। उनके चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। नेशनल हेरल्ड की खबर के अनुसार उनके अंतिम संस्कार चेन्नई के नुंगमबक्कम इलेक्ट्रिक क्रीमेटोरियम में दोपहर 3.30 बजे होगा। नीलाभ ने साल 2016 में नेशनल हेरल्ड के डिजिटल संस्करण को लॉन्च किया। नीलाभ के नेतृत्व में ही नेशनल हेरल्ड का प्रिंट संस्करण भी दोबारा लॉन्च हुआ। नीलाभ के अंत समय में उनकी जीवनसाथी कविता श्रीवास्तव, भाई शैलोज कुमार, भाभी सुधा और भतीजी नवाशा उनके साथ थे।
नेशनल हेरल्ड का जिम्मा संभालने से पहले नीलाभ एक दशक से ज्यादा समय तक आउटलुक हिन्दी के संपादक रहे थे। नीलाभ ने पत्रकारिता की शुरुआत नवभारत टाइम्स के पटना संस्करण से की थी। नवभारत टाइम्स के बाद वो न्यूज़ टाइम के जयपुर संवाददाता बने। साल 1998 में राजस्थान में इनाडू टीवी को लॉन्च किया। नीलाभ ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में एमए किया था।
नीलाभ की मृत्यु पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, "एडिटरों के एडिटर, एक शख्स जिसने सत्ता के सामने सच बोलता था। एक संस्थान निर्मा। नीलाभ मिश्र के आज सुबह दुखद निधन पर मेरी भावनाएँ उनके परिजनों, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं।"
नेशनल हेरल्ड की स्थापना जवाहरलाल नेहरू ने 1938 में की थी। नेहरू अखबार के पहले संस्थापक थे। नेशनल हेरल्ड कुछ समय के प्रकाशित होना बंद हो गया जिसे नीलाभ के नेतृत्व में दोबारा शुरू किया गया।