अबकी बार मोदी सरकार में अमित शाह पीएम के बाद सबसे ताकतवर, कैबिनेट कमेटियों के गठन में दिखा बीजेपी अध्यक्ष का दम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 6, 2019 10:24 AM2019-06-06T10:24:54+5:302019-06-06T10:24:54+5:30
भारत सरकार ने जिन 8 कमेटियों को दोबारा गठित किया है, उसमें पीएम मोदी 6 में शामिल हैं जबकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह केवल दो कमेटियों में हैं।
अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी के मुद्दे से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम कदम उठाया है। मोदी सरकार के नेतृत्व में बुधवार को 8 कैबिनेट कमेटियों का दोबारा से गठन किया गया। इसमें निवेश बढ़ाने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने से संबंधित बनी दो मंत्रिमंडल समितियां अहम हैं।
हालांकि, इसमें दिलचस्प बात ये है कि पीएम मोदी इन 8 कमेटियों में से 6 में शामिल हैं जबकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह केवल दो कमेटियों में हैं। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 7 पैनलों में जबकि रेल मंत्री पीयूष गोयल पांच में शामिल हैं। गृह मंत्री अमित शाह सभी 8 कमेटियों का हिस्सा हैं।
मोदी सरकार ने जिन 8 कमेटियों का दोबारा गठन किया है, उनमें- अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट, कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन, कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी, कैबिनेट कमेटी ऑन इनवेस्टमेंट एण्ड ग्रोथ, कैबिनेट कमेटी ऑन इम्पलॉयमेंट एण्ड स्किल डेवलेपमेंट शामिल हैं।
राजनाथ सिंह पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में नहीं
नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ देश के प्रधानमंत्री बने हैं। दूसरे कार्यकाल में राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री बनाया गया है। इससे पहले गृमंत्री रहे राजनाथ को वित्तीय मामलों और सुरक्षा के कैबिनेट कमिटी में रखा गया है। वह पॉलिटिकल अफेयर्स से जुड़े कैबिनेट कमिटी से बाहर हैं।
इसमें अमित शाह सहित नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र तोमर, रविशंकर प्रसाद, हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और रामविलास पासवान सहित हरसिमरत बादल और अरविंद सावंत हैं। राजनाथ सिंह का इसमें नहीं होना इसलिए भी थोड़ा चौंकाने वाला है क्योंकि पिछली सरकार में बतौर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण इसमें शामिल थीं।
अमित शाह, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और संड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन के हिस्सा हैं। कैबिनेट अप्वाइंटमेंट कमेटी में केवल पीएम मोदी और अमित शाह हैं। पीएम मोदी इकनॉमिक अफेयर्स का भी नेतृत्व करेंगे। इसमें अमित शाह और राजनाथ सहित, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, डीवी सदानंद गौड़ा, नरेंद्र तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसीमरत बादल, सुब्रमण्यम जयशंकर और धर्मेंद्र प्रधान शामिल हैं।
बता दें कि निवेश एवं वृद्धि तथा रोजगार एवं कौशल विकास पर बनी समितियों की अध्यक्षता भी प्रधानमंत्री करेंगे। निवेश एवं वृद्धि पर मंत्रिमंडल की समिति में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और रेल तथा वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सदस्य होंगे।
रोजगार और कौशल विकास पर मंत्रिमंडल समिति में शाह, सीतारमण और गोयल के अलावा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कौशल विकास मंत्री एम एन पांडे, श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार और आवासीय तथा शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी शामिल होंगे।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल समिति बनाने का प्रावधान है लेकिन प्रधानमंत्री ने पिछले कार्यकाल के दौरान ऐसी कोई समिति नहीं बनाई थी। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने मोदी सरकार को हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करने के वादे को पूरा ना करने को लेकर निशाना बनाया था। विपक्ष ने धीमी अर्थव्यवस्था का दावा करते हुए भी सरकार पर प्रहार किया था।
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति गठित
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) का भी बुधवार को गठन कर दिया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों को देखने वाली इस महत्वपूर्ण समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे। इसमें पीएम मोदी समेत राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर शामिल हैं।
(भाषा इनपुट के साथ)