सावधानः थूकने वाले 9 कर्मचारियों की वेतन वृद्धि पर रोक, सार्वजनिक जगहों पर गंदगी की तो खैर नहीं
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 3, 2019 10:57 AM2019-11-03T10:57:48+5:302019-11-03T10:57:48+5:30
थूकने वाले 9 कर्मचारियों की वेतन वृद्धि पर रोक, आयुक्त ने लिया निर्णय. मनपा मुख्यालय परिसर में थूकने वालों पर दस्ते की नजर. नागपुर शहर में हर जगह साफ-सफाई हो...
सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए नागपुर महानगरपालिका के उपद्रव शोध टीम द्वारा शहर के विभिन्न हिस्सों में नजर रखी जा रही है. सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी कर शहर को गंदा करने वाले व्यक्तियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है. शहर में ही नहीं बल्कि सिविल लाइन्स स्थित महानगरपालिका मुख्यालय परिसर में भी इस दल द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
परिसर में गंदगी करने वाले 9 कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश आयुक्त अभिजीत बांगर ने दिए हैं. परिसर में गंदगी करने के मामले में 12 कर्मचारियों द्वारा दंड वसूल किया गया था. साथ ही अनुशासनहीनता की कार्रवाई कर क्यों न निलंबन किया जाए, इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया था. लेकिन इसमें से विकास गावंडे मनपा के कर्मचारी नहीं थे.
इसी नाम के स्थानीय संस्था कर विभाग में कार्यरत विकास गावंडे को नोटिस जारी किया गया था. नाम समान होने के कारण गलती से उन्हें नोटिस जारी किया गया था. एक कर्मचारी 30 अक्तूबर को सेवानिवृत्त हुआ तो एक ठेका कर्मचारी होने के कारण वह इसमें शामिल नहीं है.
जिन कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोकी गई उनमें सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मचारी वाहन चालक शेखर शंखदरबार, शिक्षण विभाग के सहायक अधीक्षक अनिल कराडे, स्थानीय संस्था कर विभाग के समिति विभाग में कार्यरत मोहर्रिर भूपेंद्र तिवारी, कर संग्राहक सुनील मोहोड, कर वसूली विभाग के वित्त विभाग में वरिष्ठ श्रेणी लिपिक प्रमोद कोल्हे, स्वास्थ्य विभाग के पिछड़ा वर्ग में कार्यरत सफाई मजदूर अविनाश बन्सोड शामिल हैं।