कोहिमा, 25 दिसंबर नगालैंड में शनिवार को पूरे हर्षोल्लास और धार्मिक रीति-रिवाज के साथ क्रिसमस का त्योहार मनाया गया और इस दौरान गत दिनों मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी और उसके बाद हिंसा में मारे गए 14 लोगों के परिवारों की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
पूरे राज्य में कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए क्रिसमस का त्योहार मनाया गया। हालांकि, राज्य में कोविड से संक्रमण दर दो प्रतिशत से कम है।
क्रिसमस के दौरान लोगों को पारंपरिक कपड़ों में प्रार्थना के लिए गिरिजाघरों में जाते और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए देखा गया। नगालैंड में क्रिसमस के त्योहार पर चार-पांच दिसंबर को मोन जिले में हुई मौतों की छाया भी दिखाई दी और लोगों ने जिले में शांति के लिए प्रार्थन की।
कोन्याक यूनियन के अध्यक्ष होविंग कोन्याक ने ‘पीटीआई-भाषा’से कहा, ‘‘हमारे लोग ईसा मसीह के जन्मदिन के अवसर पर गिरिजाघरों में आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में शामिल हुए और ईश्वर से जिले में शांति और भविष्य में ऐसी वीभत्स घटनाओं से रक्षा की प्रार्थना की।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि यूनियन की मांग पीड़ितों को न्याय और दोषियों को ‘उचित दंड’ दिलाने की है। कोन्याक ने कहा कि ‘‘जब तक न्याय नहीं मिलेगा’’ सुरक्षा बलों से असहयोग जारी रहेगा।
नगालैंड के राज्यपाल प्रोफेसर जगदीश मुखी ने जनता को दिए संदेश में कहा, ‘‘25 दिसंबर साल की सबसे अहम तारीख है, इस दिन ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाता है, एक बार फिर हम उनके द्वारा पेश क्षमा, शांति और प्रेम के उदाहरण का अनुकरण करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं।’’ उन्होंने सभी से अपील की कि वे जिम्मेदारी से त्योहार मनाए और सुरक्षित, विकसित और समृद्ध नगालैंड के लिए काम करें।
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने ट्वीट किया, ‘‘ क्रिसमस का संदेश, इसकी खुशी और उम्मीद से हमारे दिल और घर भर जाएं। मैं सभी को सुरक्षित और पवित्र क्रिसमस की बधाई देता हूं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।