नदीमर्ग हत्याकांड के आरोपी की मौत, कश्मीरी पंडित नेताओं ने कहा : ईश्वरीय न्याय
By भाषा | Published: October 25, 2021 09:06 PM2021-10-25T21:06:37+5:302021-10-25T21:06:37+5:30
जम्मू, 25 अक्टूबर प्रवासी कश्मीरी पंडित नेताओं ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के गिरफ्तार आतंकवादी जिया मुस्तफा की आतंकी हमले में मौत को सोमवार को "ईश्वरीय न्याय" करार दिया। मुस्तफा 2003 के नदीमर्ग नरसंहार का प्रमुख आरोपी था जिसमें 24 स्थानीय हिंदुओं की हत्या कर दी गयी थी।
जिया मुस्तफा पाकिस्तानी आतंकवादी था जिसे 2003 में कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। रविवार को उसे सुरक्षा बलों के एक अभियान के दौरान एक आतंकी ठिकाने की पहचान के लिए पुंछ में भट्टा दुरियन जंगल में ले जाया गया था। उसी दौरान वह आतंकवादियों की गोलीबारी में मारा गया। इस घटना में तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
कश्मीरी पंडित नेताओं ने कहा कि सरकार को पीड़ितों को न्याय देने के लिए हमेशा "ईश्वर के हस्तक्षेप" की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए और इसके बदले उसे आतंकवाद रोधी प्रणाली में सुधार करना चाहिए था, कम से कम समय में आतंकवाद से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए त्वरित अदालतों की स्थापना करनी चाहिए।
पनुन कश्मीर के अध्यक्ष अजय चरूंगू ने पीटीआई-भाषा से कहा, "हम उसकी मौत को नरसंहार के पीड़ितों के लिए ईश्वरीय न्याय के रूप में देखते हैं... यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मामले का मुख्य षडयंत्रकारी होने के बावजूद, वह अब तक एक विचाराधीन कैदी था। यह हमारी प्रणाली में खामियों और आतंकवादी कृत्यों में शामिल दोषियों को तत्काल सजा देने के लिए न्याय प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है।"
ऑल स्टेट कश्मीरी पंडित कॉन्फ्रेंस (एएसकेपीसी) के पूर्व महासचिव टी के भट्ट ने कहा, "ईश्वर ने पीड़ितों को न्याय प्रदान किया है क्योंकि सरकार उन्हें न्याय देने में विफल रही।
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