188 करोड़ या 900 करोड़ या इससे भी ज्यादा? पहेली बनी जयललिता की संपत्ति, आ रहे हैं अलग-अलग आंकड़े

By मनाली रस्तोगी | Published: May 28, 2020 12:17 PM2020-05-28T12:17:56+5:302020-05-28T13:07:43+5:30

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की संपत्ति का उचित बाजार मूल्य क्या है, इसके बारे में लोग अलग-अलग आंकड़ें पेश कर रहे हैं। जहां जे दीपक और जे दीपा ने कोर्ट को बताया कि जयललिता की कुल संपत्ति 188 करोड़ रुपए की है तो वहीं एआईएडीएमके के दो पदाधिकारियों के अनुसार दिवंगत मुख्यमंत्री की कुल संपत्ति 913.13 करोड़ रुपए है।

Mystery over J Jayalalithaa’s assets continues | 188 करोड़ या 900 करोड़ या इससे भी ज्यादा? पहेली बनी जयललिता की संपत्ति, आ रहे हैं अलग-अलग आंकड़े

तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की संपत्ति को लेकर मौजूद नहीं पुख्ता सबूत (फाइल फोटो)

Highlightsजे जयललिता की संपत्ति को लेकर बहस जारी, नहीं पता कितने करोड़ रुपए की है कुल संपत्तिगोल्ड और डायमंड ज्वेलरी को लेकर जे दीपक और जे दीपा को कर्नाटक की विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाना होगा

चेन्नई:तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के भतीजे जे दीपक और भतीजी जे दीपा को मद्रास हाई कोर्ट ने उनकी करोड़ों की संपत्ति का वैध उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। मगर इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि जयललिता अपने पीछे कितने करोड़ रुपए की संपत्ति छोड़ गई हैं क्योंकि इसको लेकर बहस जारी है।

इसके बारे में अलग-अलग आंकड़ें मद्रास हाई कोर्ट के पास आए हैं। जे दीपक और जे दीपा ने कोर्ट को बताया कि जयललिता की कुल संपत्ति 188 करोड़ रुपए की है तो वहीं एआईएडीएमके के दो पदाधिकारियों के अनुसार दिवंगत मुख्यमंत्री की कुल संपत्ति 913.13 करोड़ रुपए है।

यही नहीं, एआईएडीएमके के दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि जयललिता की संपत्ति 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की भी हो सकती है। ये अनुमान केवल उन संपत्तियों से संबंधित हैं जो जयललिता ने साल 1991 से 1996 के बीच हासिल की थीं। वहीं, जयललिता का पसंदीदा कोडनाड एस्टेट अभी भी जांच के घेरे में है। दरअसल, इस संपत्ति को साल 1992 में खरीदा गया था। खरीद के समय ये 900 एकड़ था, लेकिन इस समय यह अपने मूल आकार से दोगुना है।

वहीं, अब कोडनाड एस्टेट को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। किसके नाम पर नया हिस्सा रजिस्टर्ड है और क्या जोड़े गए हिस्से का रजिस्ट्रेशन कराया गया था कुछ ऐसे ही सवाल हैं, जिनके जवाब अभी भी मिलने बाकी हैं। इन सवालों के बीच अब इस टी एस्टेट का वर्तमान मार्केट प्राइस एक करोड़ रुपये प्रति एकड़ हो गया है। इसके अलावा साल 1991 के बाद से अभी तक उन 32 कंपनियों की स्थिति और मूल्य के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं की जा सकी है, जोकि जयललिता अपनी करीबी दोस्त शशिकला और अन्य सहयोगियों के साथ चलाती थीं।  

दीपा और दीपक को खटखटाना पड़ेगा विशेष अदालत का दरवाजा

जयललिता का नाम 173 संपत्तियों की एक सूची में से कम से कम 100 डीड्स में है। ऐसे में इनमें से जिन कंपनियों में शशिकला पार्टनर थीं, जयललिता के कानूनी उत्तराधिकारियों जे दीपक और जे दीपा के लिए उन कंपनियों से अपना हिस्सा अलग करना आसान काम नहीं होगा। हालांकि, दीपा और दीपक जितनी प्रॉपर्टी के हकदार हैं, वो उन्हें मिलेगा। मगर बाकी बची संपत्ति राज्य सरकार अपने कब्जे में लेगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने दिवंगत मुख्यमंत्री के सभी सह-आरोपियों- शशिकला, जे इलवरसी और वी एन सुधागरन को एक भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराया है। 

भले ही मद्रास हाई कोर्ट ने जे दीपक और जे दीपा की इस भाई-बहन की जोड़ी को जे जयललिता का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया हो, लेकिन इसके बाद भी उनके लिए अपनी आंटी की प्रोपर्टी समेत गोल्ड और डायमंड ज्वेलरी हासिल करना आसान काम नहीं होगा। उन्हें गोल्ड और डायमंड ज्वेलरी, जिसकी मूल्य कीमत साल 1996 में 5.53 करोड़ रुपए थी, उसे हासिल करने के लिए कर्नाटक की विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाना होगा। इसके साथ ही दीपा और दीपक को जयललिता की संपत्ति का पता लगाना और उसपर कब्ज़ा करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है।

Web Title: Mystery over J Jayalalithaa’s assets continues

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