मुंबई: नारायण राणे के उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी बयान पर विवाद बढ़ गया है। इस मामले में नारायण राणे की गिरफ्तारी किए जाने की भी आशंका है। बयान को लेकर नासिक में राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। कुछ अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार नासिक पुलिस की एक टीम नारायण राणे की गिरफ्तारी के लिए निकल भी चुकी है। पुलिस ने हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस बीच मुंबई और नासिक में मंगलवार को भारी हंगामा देखने को मिला। मुंबई में मंगलवार सुबह नारायण राणे के घर के पास बड़ी संख्या में शिवसैनिकों जुट गए। आलम ये हुआ कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। साथ ही शिवसैनिकों के भाजपा समर्थकों से भिड़ंत की भी खबरें हैं।
इस बीच उपद्रवियों के पथराव में दो पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है। दूसरी ओर नासिक में भाजपा दफ्तर में पत्थरबाजी और नारायण राणे के खिलाफ नारेबाजी की गई।
नारायण राणे के बयान से जुड़ा पूरा विवाद क्या है?
दरअसल नारायण राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था, ‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में और फिर 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे। राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं।
शिवसैनिकों ने बताया राणे को 'चिकन चोर'
राणे ने कहा था कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं। राणे के इस बयान की शिवसेना ने कड़ी निंदा की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और कई अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें राणे को ‘कोम्बडी चोर’ (चिकन चोर) बताया गया है। गौरतलब है कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे ‘पॉल्ट्री’ की दुकान चलाते थे।
इस बीच शिवसेना के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद विनायक राउत ने कहा कि राणे मानसिक संतुलन खो चुके हैं। राउत ने कहा, ‘भाजपा नेतृत्व को खुश करने के लिए, राणे शिवसेना और उसके नेताओं को निशाना बना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। पीएम मोदी को उन्हें कैबिनेट से बाहर कर देना चाहिए।’