मुंबई: धारावी में एक दिन में सामने आए 15 नए मामले, अब तक 43 संक्रमित और 4 लोगों की मौत
By मनाली रस्तोगी | Published: April 12, 2020 11:30 AM2020-04-12T11:30:15+5:302020-04-12T11:31:40+5:30
मुंबई का धारावी इलाका एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। ऐसे में यहां लगातार कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। धारावी में कोरोना वायरस के 15 नए मामले सामने आए हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में मुंबई के धारावी इलाके में कोरोना वायरस के 15 नए मामले सामने आए हैं। धारावी में अब तक कोविड-19 (COVID-19) के 43 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 4 मौतें हुई हैं।
क्यों धारावी इलाका है खतरनाक?
आपको बता दें कि मुंबई का धारावी इलाका एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। इसके अलावा यह सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका भी है, जिसकी वजह से यहां कोरोना वायरस काफी तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यहां लगातार इस महामारी से हो रही मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार ने स्टेट रिज़र्व पुलिस फॉर्स (SRPF) को धारावी में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के लिए तैनात किया है। इसके अलावा मुंबई पुलिस ड्रोन के जरिए इस इलाके पर निगरानी रख रही है।
Maharashtra: 15 new #Coronavirus positive cases have been reported in Dharavi area of Mumbai. A total of 43 cases and 4 deaths have been reported here so far.
— ANI (@ANI) April 12, 2020
धारावी में बैरिकेडिंग कर दी गई है और मुंबई पुलिस की मदद के लिए स्टेट रिज़र्व पुलिस फॉर्स को तैनात कर दिया गया है। साथ ही, अब यहां तेजी से स्क्रीनिंग भी की जा रही है। देश में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की मार महाराष्ट्र में देखने को मिल रही है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में अब तक कुल 1761 एक्टिव मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 208 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, कोरोना वायरस के कारण राज्य में सबसे अधिक 127 लोगों की जान जा चुकी है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में कुल 1,761 संक्रमितों में से 1,146 अकेले मुंबई से हैं जबकि पुणे में 228 लोग कोविड-19 से पीड़ित हैं। विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, जिन 17 मरीजों की शनिवार को मौत हुई वे मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दो मृतकों को क्षय रोग था।