मध्य प्रदेश नतीजेः लोकसभा चुनाव में बीजेपी को एकतरफा बढ़त, इन पांच वजहों से कांग्रेस बुरी तरह फेल!

By आदित्य द्विवेदी | Published: May 23, 2019 12:52 PM2019-05-23T12:52:09+5:302019-05-23T12:52:09+5:30

2014 लोकसभा चुनाव की मोदी लहर में बीजेपी ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस के हिस्से सिर्फ दो सीटें आई थी। इसबार के रुझानों में बीजेपी 28 सीटों पर आगे चल रही है। जानिए बीजेपी की एकतरफा बढ़त के प्रमुख कारण...

MP Election Results: deciding factors for BJP winning in Madhya Pradesh Lok Sabha Elections | मध्य प्रदेश नतीजेः लोकसभा चुनाव में बीजेपी को एकतरफा बढ़त, इन पांच वजहों से कांग्रेस बुरी तरह फेल!

मध्य प्रदेश नतीजेः लोकसभा चुनाव में बीजेपी को एकतरफा बढ़त, इन पांच वजहों से कांग्रेस बुरी तरह फेल!

Highlightsमध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए चार चरण में चुनाव आयोजित किए गए।अधिकांश एग्जिट पोल्स ने भी मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत का पूर्वानुमान लगाया है।

मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए मतगणना जारी है। यहां 28 सीटों पर बीजेपी बढ़त बनाए हुए है। सिर्फ छिंदवाड़ा में कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ कांग्रेस से आगे चल रहे हैं। 2014 लोकसभा चुनाव की मोदी लहर में बीजेपी ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस के हिस्से सिर्फ दो सीटें आई थी। हाल ही में मध्य प्रदेश में सरकार बनाने वाली कांग्रेस पार्टी के लिए ये रुझान बड़ा झटका हैं। पिछले पांच सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त प्रशासन, मजबूत विदेश नीति और स्वच्छ भारत जैसे हाई प्रोफाइल अभियान से अपनी विश्वसनीयता बनाई है।

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इस चुनाव में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार के लिए ये पांच बड़ी वजहें मानी जा रही हैंः-

1. भारतीय जनता पार्टी  और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश की जनता को यह भरोसा दिलाने में सफल रहे कि उनकी पार्टी हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने भोपाल संसदीय सीट से दिग्विजय सिंह के खिलाफ साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट देकर पूरे देश और प्रदेश में हिंदुत्व के साथ खड़े होने का संकेत दिया।

2. विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी। कमलनाथ सरकार की कुछ महीने पुरानी एंटी एंबम्बेंसी का असर भी रिजल्ट में दिखा। किसानों के ऋण माफ किए गए लेकिन उसमें असमानता दिखी। इसके अलावा मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट दिया और केंद्र में बीजेपी को वोट दिया।

3. मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में लगातार बीजेपी का वर्चस्व बना हुआ है। पिछले लोकसभा चुनावों से जीत की वजह से पार्टी नेताओं में आत्मविश्वास हावी था। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रत्याशियों के आत्मविश्वास में कमी देखने को मिली।

4. लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम कमलनाथ के ओएसडी और अन्य करीबियों के घरों पर आयकर विभाग और ईडी की छापेमारी की गई। छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई। जनता के बीच यह संदेश गया कि सरकार कुछ तो घपला कर रही है।

5. अमित शाह और शिवराज सिंह चौहान की जुगलबंदी ने बूथ लेवल मैनेजमेंट किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ व्यापक जनसंपर्क किया।

Web Title: MP Election Results: deciding factors for BJP winning in Madhya Pradesh Lok Sabha Elections