MP Election 2023: 7 तारीख को राजभवन के सामने अपना मुंह काला करेंगे कांग्रेस MLA फूल सिंह बरैया, कही ये बड़ी बात
By आकाश सेन | Published: December 5, 2023 07:52 PM2023-12-05T19:52:28+5:302023-12-05T19:54:30+5:30
भोपाल: भांडेर सीट से कांग्रेस विधायक बने फूलसिंह बरैया कांग्रेस सरकार बनने को लिए दिए गए बयान पर कायम रहते हुए 7 दिसंबर को अपना मुंह काला करने का संकल्प दोहराया है।
भोपाल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद चिंतन मनन का दौर है कि पार्टी की तमाम कोशिशों के बाद भी पार्टी आखिर कैसे हार गई । वही बीच अब कांग्रेस के भांडेर सीट से नवनिर्वाचित एमएलए फूल सिंह बरैया ने 7 दिसंबर को राजभवन के सामने अपना मुँह काला करने का ऐलान कर दिया है। दरअसल फूल सिंह बरैया ने विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान इस बात को कहा था कि प्रदेश में भाजपा की 50 सीटों से ज्यादा आने पर वो भोपाल के राजभवन के सामने स्वयं अपना मुंह काला करेंगे और भाजपा को 50 की जगह 163 सीटें मिल गई । हालाकी बरैया अपने बयान पर कायम है और 7 दिसंबर को अपना मुंह काला करना का ऐलान भी उन्होंने कर दिया है ।
फूलसिंह बरैया ने कहा है कि अपने बयान पर अडिग हैं और वे 7 दिसंबर को भोपाल में राजभवन के सामने अपने हाथों से अपना मुंह काला करेंगे। लेकिन उन्होंने इवीएम से मतदान कराए जाने पर सवाल उठाया और कहा कि अधिकतर लोकतांत्रिक देश में इवीएम का उपयोग नहीं होता। इवीएम को हैक करने की संभावना रहती है। यदि वैलेट पेपर से चुनाव हो जाए तो भाजपा के पचास विधायक भी जीत नहीं पाएंगे।
गौरतलब है फूल सिंह बरैया अपने बयानों की वजह से हमेशा में चर्चा में रहे हैं। फूल सिंह बरैया जब बसपा में थे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। तब वे अपने सिर पर सफेद कपड़े को बांधने को लेकर कहा था कि यह कांग्रेस का कफन है। लेकिन अब वे स्वयं कांग्रेस में हैं।
जो भी हो लेकिन ऐसे में देखना होगा कि अपने वचन के तहत 7 दिसंबर को फूल सिंह बरैया मुंह काला करने के साथ और क्या कहते है क्यों कि फूल सिंह बरैया को ये बेहतर तरीके से पता है कि राजनीति में चर्चा में रहे बिना नेता नही बनते ऐसे में उनका ये स्टंट कितना सफल होता है और उनकों इससे क्या लाभ होता है ये देखना बेहद दिलचस्प होगा ।
प्रदेश का बड़ा दलित चेहरा हैं फूलसिंह बरैया
कांग्रेस नेता फूलसिंह बरैया प्रदेश के बड़े दलित नेता के तौर पर जाने जाते हैं। MP में BSP से अपनी सियासी शुरुआत करने वाले बरैया कद्दावर नेता बन गए थे। 1998 में दिग्विजय सरकार के समय MP में बरैया BSP की बड़ी ताकत थे। लेकिन 2003 के आसपास मायावती से मतभेद के बाद फूलसिंह बरैया को BSP छोड़ना पड़ी थी। उसके बाद बरैया ने समता समाज पार्टी बनाई, लेकिन वो खुद विधानसभा चुनाव हार गए। साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले फूलसिंह बरैया को कमलनाथ ने कांग्रेस में शामिल कराया और 2020 विधानसभा उप चुनाव में भांडेर विधानसभा उपचुनाव में टिकट दिया था, लेकिन बरैया को BJP की रक्षा सिरोनिया ने महज 100 वोट से हरा दिया था। लेकिन पार्टी ने 2023 में भी उन्हे मौका दिया और वो विधायक बने भी लेकिन पार्टी सत्ता में नही आई।