चीन और भारत के बीच 1967 में क्यों हुई थी लड़ाई, सच्ची है जेपी दत्ता की 'पलटन' की कहानी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 4, 2018 07:22 AM2018-08-04T07:22:35+5:302018-08-04T07:22:35+5:30
India-China war 1967 facts: जेपी दत्ता की फिल्म पलटन सात सितम्बर को रिलीज हो रही है। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में सुनील शेट्टी, जैकी श्रॉफ, अर्जुन रामपाल, सोनू सूद, गुरमीत चौधरी, हर्षवर्धन राणे, सिद्धार्थ कपूर और लव सिन्हा नजर आएंगे
आजादी के महज 15 साल बाद भारत पर पड़ोसी देश चीन ने हमला कर दिया। इस युद्ध में भारत की बुरी तरह हार हुई थी।
इसलिए नहीं कि भारतीय सेना कमजोर थी बल्कि इसलिए कि हमारा देश चीन के मंसूबों से बेखबर "हिन्दी चीनी भाई भाई" का नारा लगा रहा था।
भारतीय सेना युद्ध के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी जिसका फायदा चीन ने उठाया। इस युद्ध में मिला दंश आज भी भारतीयों के मन में चुभता है।
लेकिन 1962 के युद्ध के महज पाँच साल बाद भी दोनों देशों की सेनाओं में सीमा पर टक्कर हो गयी थी जिसमें जीत भारत की हुई थी।
1967 में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुए इस हिंसक झड़प की कहानी को बड़े पर्दे पर लेकर आ रहे हैं बॉर्डर फिल्म के डॉयरेक्टर जेपी दत्ता।
इस मौके पर आइए हम आपको बताते हैं कि आख़िरकार 1967 में भारत और चीन के बीच हुआ क्या था?
1967 में नाथु ला में क्यों लड़े भारत और चीन
ये बात है साल 1967 की जब नाथु ला भारत की आखिरी पोस्ट थी। उस वक्त बॉर्डर की पहचान के लिए बस एक पत्थर लगा हुआ था।
कहा जाता है उस वक़्त चीनी सेना ने भारत को पीछे हटने को कहा था और ये धमकी दी थी की वो भारतीयों सैनिको का हाल 1962 की तरह कर देंगे।
इसके बाद चीनी सेना इस जगह बंकर बनाने की कोशिश भी कर रही थी लेकिन भारत भी चुप बैठने वाला नहीं था। 1962 का बदला तो लेना था |
चीन की इस हरकत के जवाब में 11 सितंबर 1967 में भारत ने मेजर जनरल सुगत राय की अगुवाई में कंटीली बाड़ लगाने का फैसला लिया था।
चीन ने बाड़ लगाने का विरोध किया जिसके बाद सेना ने हमला कर दिया। इस हमले में भारतीय सेना की इंजीनियरिंग यूनिट समेत लगभग 70 जवान शहीद हो गए थे
भारत ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया था । भारत ने सेबू ला और कैमल्स बैक में अपनी मजबूत स्थिति का लाभ उठाते हुए जमकर आर्टिलरी पावर का इस्तेमाल किया।
इस आर्टिलरी हमले से चीन के कई बंकर ध्वस्त हो गए थे। भारतीयों सैनिको की और से लगातार तीन दिनों तक फायरिंग जारी रही।
भारत की ओर से लगातार तीन दिनों तक फायरिंग जारी रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय सेना ने चीनी सेना के 400 से ज्यादा जवान मार गिराए थे।
15 सितंबर 1967 को दोनों देशों की सेना के सीनियर अफसरों के मौजूदगी में शवों की अदला बदली हुई थी।
चीन ने 19 दिन बाद ही की दोबारा हिमाकत
नाथु ला पास के हमले के 19 दिन बाद एक बार फिर भारत और चीन की सेना चाओ ला में आमने-सामने आई थी। बताया जाता है की इस युद्ध में भी भारत ने चीन को धुल चटा दिया था।
1967 में नाथु ला ब्रिगेड पर तैनात रिटार्यड मेजर जनरल शेरू थपलियाल के अनुसार साढ़े 14 हजार फुट ऊंचे चाओ ला में भारतीय आर्मी की मौजूदगी चीनी सेना को नागवार था। उन्होंने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया था इसके बाद चीन ने इस इलाके में कभी हमला नहीं किया।
जेपी दत्ता की फिल्म पलटन सात सितम्बर को रिलीज हो रही है। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में सुनील शेट्टी, जैकी श्रॉफ, अर्जुन रामपाल, सोनू सूद, गुरमीत चौधरी, हर्षवर्धन राणे, सिद्धार्थ कपूर और लव सिन्हा नजर आएंगे।
इसके साथ ही टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं। फिल्म में अन्नू मालिक और जावेद अख्तर की हिट जोड़ी एक बार फिर साथ नज़र आएगी।
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