शहीद विंग कमांडर सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर को लाया गया उनके घर, उमड़ा जनसैलाब

By पल्लवी कुमारी | Published: February 28, 2019 09:10 PM2019-02-28T21:10:58+5:302019-02-28T21:10:58+5:30

जम्मू-कश्मीर में बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में छह वायुसेना कर्मी शहीद हो गए थे। इसके अलावा एक स्थानीय नागरिक की भी मौत हो गई थी।

Mortal remains of Wing Commander Siddharth, who lost his life in the crash of a Mi-17 V5 helicopter near Budgam | शहीद विंग कमांडर सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर को लाया गया उनके घर, उमड़ा जनसैलाब

शहीद विंग कमांडर सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर को लाया गया उनके घर, उमड़ा जनसैलाब

Highlights उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले के रहने वाले विंग कमांडर पंकज सिंह और कानपुर के रहने वाले दीपक पांडेय भी शहीद जवानों में शामिल हैं। हरियाणा के अम्बाला के हमीदपुर गांव के पायलट सिद्धार्थ और झज्जर के विक्रांत सहरावत भी शहीदों में शामिल हैं।

जम्मू कश्मीर के बड़गाम में बुधवार सुबह भारतीय वायुसेना का एमआई-17 विमान क्रैश में हरियाणा के झज्जर के  स्कवॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ (31) शहीद हो गए थे। सिद्धार्थ वशिष्ठ का पार्थिव शरीर 28 फरवरी को चंढीगढ़ पहुंचा है। 

हादसे में वायुसेना के छह जवान शहीद हो गए थे। जबकि एक नागरिक की मौत हुई थी। उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले के रहने वाले विंग कमांडर पंकज सिंह और कानपुर के रहने वाले दीपक पांडेय भी शहीद जवानों में शामिल हैं। साथ ही, हरियाणा के अम्बाला के हमीदपुर गांव के पायलट सिद्धार्थ और झज्जर के विक्रांत सहरावत भी शहीदों में शामिल हैं।

स्कवॉड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ (31) सशस्त्र बलों में सेवाएं देने वाले अपने परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य थे। उनकी पत्नी भी भारतीय वायुसेना में स्क्वॉड्रन लीडर के रूप में सेवाएं दे रही हैं। 


सिद्धार्थ का परिवार चंडीगढ़ में रहता है। वह 2010 में वायुसेना में शामिल हुए थे और केरल बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों में भूमिका के लिये उन्हें बीते महीने प्रशस्ति मिला था। 

शहीद सिद्धार्थ 2010 में हुआ था वायुसेना में शामिल 

सिद्धार्थ का परिवार चंडीगढ़ में रहता है। वह 2010 में वायुसेना में शामिल हुए थे और केरल बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों में भूमिका के लिये उन्हें बीते महीने प्रशस्ति मिला था। बीते साल जुलाई में उन्हें श्रीनगर में तैनात किया गया था और उनकी पत्नी आरती भी वहीं तैनात थीं।

सिद्धार्थ के पिता जगदीश कासल ने कहा, "मेरा बेटा यह हेलीकॉप्टर उड़ा रहा था क्योंकि वह मुख्य पायलट था। उसे अपने निकट संबंधी विनीत भारद्वाज से भारतीय वायुसेना में शामिल होने की प्रेरणा मिली थी जो लड़ाकू विमान पायलट थे। वह भी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलना चाहता था। विनीत की 17 साल पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी।" 

दुर्घटना में एक अन्य वायुसेना कर्मी विक्रांत सहरावत की भी मौत हो गई। वह झज्जर के बधानी गांव के थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। (पीटीआई इनपुट के साथ)

Web Title: Mortal remains of Wing Commander Siddharth, who lost his life in the crash of a Mi-17 V5 helicopter near Budgam

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