कैबिनेट ने MSP बढ़ाने का फैसला किया, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 72 रुपये बढ़कर 1940 प्रति क्विन्टल, जानें बाजरा, अरहर का हाल
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 9, 2021 06:00 PM2021-06-09T18:00:10+5:302021-06-09T21:06:46+5:30
धान खरीफ मौसम की प्रमुख फसल है, जिसकी बुवाई दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत आने के साथ शुरू हो जाती है। मौसम विभाग ने जून-सितंबर अवधि में मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है।
नई दिल्लीः सरकार ने बुधवार को फसल वर्ष 2021-22 के दौरान धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 72 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,940 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया।
इसके साथ ही खरीफ मौसम की अन्य फसलों के एमएसपी भी बढ़ाये गये हैं। धान खरीफ मौसम की प्रमुख फसल है, जिसकी बुवाई दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत आने के साथ शुरू हो जाती है। मौसम विभाग ने जून-सितंबर अवधि में मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे किसानों को खरीफ मौसम में फसल की बुवाई को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। एमएसपी की घोषणा और दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के साथ खरीफ मौसम की बुवाई भी आगे बढ़ती है।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर से एमएसपी के बारे में आशंकाओं को दूर करते हुए कहा, ‘‘एमएसपी (फसलों पर) जारी है, इसे बढ़ाया जा रहा है और भविष्य में भी यह क्रम जारी रहेगा।’’
मंत्रिमंडल ने फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) के लिए धान (सामान्य किस्म) के एमएसपी को एक साल पहले के 1,868 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1,940 रुपये प्रति क्विंटल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसी तरह, बाजरा का एमएसपी चालू वर्ष के लिए पिछले वर्ष के 2,150 रुपये से बढ़ाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि एमएसपी को नियमित रूप से बढ़ाया जा रहा है और इसका लाभ किसानों तक पहुंच रहा है।
खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी से किसानों की आय बढ़ेगी, जीवन स्तर में सुधार होगा: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) द्वारा फसल वर्ष 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को स्वीकृति दिए जाने को किसानों के हित में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इससे ना सिर्फ उनकी (किसानों की) आय में बल्कि जीवन स्तर में भी सुधार होगा।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अन्नदाताओं के हित में आज केंद्रीय मंत्रिमंडल ने खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। कई फसलों के एमएसपी में वृद्धि से किसान भाई-बहनों की आय बढ़ने के साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा।’’ ज्ञात हो कि सीसीईए ने फसल वर्ष 2021-22 के दौरान धान का एमएसपी 72 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,940 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया।
इसी तरह, बाजरा का एमएसपी चालू वर्ष के लिए पिछले वर्ष के 2,150 रुपये से बढ़ाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। इसके साथ ही खरीफ मौसम की अन्य फसलों के एमएसपी भी बढ़ाये गये हैं। धान खरीफ मौसम की प्रमुख फसल है, जिसकी बुवाई दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत आने के साथ शुरू हो जाती है। मौसम विभाग ने जून-सितंबर अवधि में मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है।