मोदी सरकार सीबीआई के कामकाज में दखल नहीं देती, सत्यपाल मलिक को तलब किए जाने पर जितेंद्र सिंह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 23, 2023 07:28 AM2023-04-23T07:28:11+5:302023-04-23T07:39:41+5:30
द्रीय मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को एक कथित बीमा घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा जारी समन के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की।
जम्मूः केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को जोर देकर कहा कि केंद्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के कामकाज में दखल नहीं देती। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासन में सीबीआई पर कटाक्ष करते हुए उसे ‘पिंजरे में कैद तोता’ बताया था।
केंद्रीय मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को एक कथित बीमा घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा जारी समन के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की। जितेंद्र सिंह ने जम्मू में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, “सीबीआई एक स्वायत्त संस्था है। उसे अपनी जांच के आधार पर कार्रवाई करने दें। इसके कामकाज में कोई दखल नहीं दे सकता।”
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के उस ट्वीट पर उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा की ‘लैपडॉग’ हैं, उन्होंने कहा, “वह अभी भी उस मानसिकता को ढो रहे हैं, जो कांग्रेस के समय हुआ करती थी।” केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा संप्रग सरकार के दौरान उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई को ‘पिंजरे में बंद तोता’ कहा था।
गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मलिक से जम्मू कश्मीर में कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं। सात महीने में यह दूसरी बार है जब विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रह चुके मलिक से संघीय एजेंसी पूछताछ करेगी। बिहार, जम्मू कश्मीर, गोवा और अंत में मेघालय में राज्यपाल रहे मलिक से पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ की थी।
सत्यपाल मलिक द्वारा ‘द वायर’ को एक साक्षात्कार दिए जाने के बमुश्किल एक हफ्ते बाद सीबीआई ने यह कदम उठाया। साक्षात्कार में मलिक ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणी की थी, विशेष रूप से जम्मू कश्मीर के मामले से निपटने के संबंध में, जहां उन्होंने तत्कालीन राज्य के दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजन से पहले अंतिम राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।
सीबीआई द्वारा तलब किए गए जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और कुछ खाप नेताओं ने शनिवार दक्षिणी दिल्ली के पार्क में बैठक आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने पर यहां एक थाने में प्रदर्शन किया। यह भी कहा गया कि सत्यपाल मलिक को गिरफ्तार किया जा रहा है। हालांकि अधिकारियों ने मलिक को हिरासत में लिए जाने या गिरफ्तार किए जाने से संबंधित खबरों को खारिज कर दिया। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था-जोन दो) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि पार्क से हटने से इनकार करने वाले 24 लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन उन्हें अपराह्न तीन बजे के आसपास रिहा कर दिया गया।