Modi 3.0: पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल में यूपी की हिस्सेदारी घटेगी!
By राजेंद्र कुमार | Updated: June 6, 2024 15:22 IST2024-06-06T15:20:50+5:302024-06-06T15:22:40+5:30
केंद्र में तीसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई

फाइल फोटो
केंद्र में तीसरी बार पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई। वही उत्तर प्रदेश में मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में यूपी से कौन-कौन सांसद मंत्री बनेगा। इसे लेकर गुणा भाग किया जाने लगा। यह कहा जा रहा है कि यूपी के कुछ सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर पहली बार पीएम मोदी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी राय लेंगे।
ताकि पश्चिम क्षेत्र, ब्रज क्षेत्र,कानपुर क्षेत्र, अवध क्षेत्र, काशी क्षेत्र और गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व नए मंत्रिमंडल में किया जा सके। इस सोच के तहत केंद्रीय मंत्रिमंडल में यूपी से बनाए जाने वाले मंत्रियों के नाम तय किए जा रहे हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, एसपी सिंह बघेल, पंकज चौधरी, दिनेश शर्मा, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी और जितिन प्रसाद का नाम मंत्रिमंडल में आना तय माना जा रहा है।
इनके मंत्री बबने की संभावना
यूपी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेताओं के अनुसार, बीती मोदी सरकार में पीएम नरेंद्र मोदी और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल समेत यूपी से कुल 14 मंत्री थे। इनमें से एक मंत्री राज्यसभा से थे। इस चुनाव में यूपी में मोदी मंत्रिमंडल के सात मंत्री चुनाव हार गए।
ऐसे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश से क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही नये और पुराने चेहरों में संतुलन बिठाने की चुनौती से जूझना पड़ रहा हैं। कहा जा रहा है कि जिस तरह से यूपी में भाजपा को समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के हाथों से शिकस्त मिली है और जिस तरह से विपक्ष ने दलित तथा पिछड़े समाज के बीच अपनी पैठ बनाई है, उसके ध्यान में रखते हुए यूपी में दलित और पिछड़े समाज के लोगों को भी मंत्रिमंडल में जगह देंगी होगी।
इस तरह के तमाम मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, पंकज चौधरी, एसपी सिंह बघेल, अनुप्रिया पटेल को रिपीट किया जाएगा। जबकि सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के साथ किए गए वादे के तहत जयंत चौधरी को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी। इसके साथ ही सूबे के क्षेत्रीय और समाज के समीकरणों लो ध्यान में रखते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री रहे और राज्यसभा सदस्य डा. दिनेश शर्मा तथा पीलीभीत सीट से चुनाव जीते योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को ब्राह्मण कोटे से मंत्री बनाया जा सकता है।
अजय मिश्र टेनी और महेंद्र नाथ पांडेय के चुनाव हारने से रिक्त हुए सीट पर दिनेश शर्मा और जितिन प्रसाद को मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा जाटव समाज के शाहजहांपुर के सांसद अरुण सागर, उन्नाव सीट से तीसरी बार जीते साक्षी महाराज, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर तथा आरपीएन सिंह भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा भी भाजपा मुख्यालय में हो रही है।
जल्दी ही योगी करने मंत्रिमंडल विस्तार
कहा यह भी जा रहा है कि इस बार की मोदी सरकार में यूपी की हिस्सेदारी कम होगी क्योंकि यूपी में विधानसभा चुनाव भी वर्ष 2027 में होने हैं इसलिए फिलहाल इस राज्य में लोगों को मंत्री बनाकर राजनीतिक हित साधने की कोई जल्दी नहीं है। इसके अलावा मोदी सरकार के गठन के बाद सीएम योगी भी यूपी में भाजपा के हार के कारणों की समीक्षा करने के बाद अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे।
इस चुनाव में भाजपा प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी थी लेकिन उसे मात्र 36 (भाजपा 33, रालोद 2 व अपना दल एक) सीटें ही मिल सकी।
योगी सरकार के 16 मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार पस्त हुआ। यहीं नहीं योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह तथा दिनेश प्रताप सिंह चुनाव हार गए। अब इन हारे मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग पार्टी के भीतर होने लगी है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि इस चुनाव में बेहतर परिणाम दिलाने में पीछे रहे कई मंत्रियों को हटाकर नए लोगों को मौका दिया जा सकता है। केंद्रीय नेतृत्व की सहमति मिलते ही इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे यानी सूबे के मंत्रिमंडल में कई फेरबदल करते हुए मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा।