पूर्वोत्तर भारत में बीते पांच साल में उग्रवाद कम हुआ, लेकिन तस्करी बढ़ी: लेफ्टिनेंट जनरल नायर

By भाषा | Updated: August 27, 2021 19:03 IST2021-08-27T19:03:27+5:302021-08-27T19:03:27+5:30

Militancy reduced in Northeast India in last five years, but smuggling increased: Lt Gen Nair | पूर्वोत्तर भारत में बीते पांच साल में उग्रवाद कम हुआ, लेकिन तस्करी बढ़ी: लेफ्टिनेंट जनरल नायर

पूर्वोत्तर भारत में बीते पांच साल में उग्रवाद कम हुआ, लेकिन तस्करी बढ़ी: लेफ्टिनेंट जनरल नायर

असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप चंद्रन नायर ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में बीते पांच साल में उग्रवाद कम हुआ है, लेकिन प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी में वृद्धि देखी गई है। लेफ्टिनेंट जनरल नायर ने कहा, ''पिछले साल, असम राइफल्स ने 876 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित वस्तुओं को जब्त किया था, जो 2019 की तुलना में 61 प्रतिशत अधिक है। 2019 में 544 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई थी।'' उन्होंने कहा, ''इस साल 31 जुलाई तक ही यह आंकड़ा 751 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी में वृद्धि हुई है।'' उन्होंने हाल ही में तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीमा प्रबंधन और मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और असम में उग्रवाद से निपटने में असम राइफल्स के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान दिलाया है। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स इस समय कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें भारत-म्यांमा सीमा पर कठिन क्षेत्रीय स्थिति, पुलिस थानों का अभाव जैसी चुनौतियां शामिल हैं। इसके अलावा असम राइफल्स को पुलिस शक्तियों के अभाव की चुनौती का भी सामना करना पड़ता है। पुलिस शक्तियों के बिना असम राइफल्स के केवल सीमा रक्षक बल है। साथ ही उसे जातीय निष्ठा और खुली सीमा जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Militancy reduced in Northeast India in last five years, but smuggling increased: Lt Gen Nair

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे

टॅग्स :Assam Rifles