नोएडा (उप्र),29 सितंबर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के नीचे लगे शिलापट्ट पर लिखे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक तेजपाल नागर आदि के नाम पर कथित तौर पर काला रंग पोते जाने के मामले में पुलिस ने बुधवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
अपर पुलिस उपायुक्त विशाल पांडे ने बताया कि दादरी के मिहिर भोज कॉलेज में 22 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था। मंगलवार को कुछ लोगों ने प्रतिमा के नीचे लिखे मुख्यमंत्री तथा अन्य नेताओं के नाम पर कालिख पोत दी थी। इस मामले में गुर्जर समाज के दो आरोपियों दीपक तथा विक्रांत को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है। इसबीच सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा की सुरक्षा में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, जिसे कथित तौर पर गुर्जर समुदाय के कुछ सदस्यों ने अंजाम दिया है। गुर्जर जाति के लोगों का राजपूत समुदाय के साथ विवाद चल रहा है। दोनों का दावा है कि नौवीं शताब्दी के राजा मिहिर भोज उनकी जाति के थे।
इस मामले में गुर्जर विद्या सभा के सचिव रामचंद्र वर्मा ने करीब 150 लोगों के खिलाफ दादरी थाने में मामला दर्ज कराया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति के सदस्य राजकुमार भाटी ने कहा कि पुलिस गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर, उनका उत्पीड़न कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कम से कम छह लोगों को पुलिस ने रात को पूछताछ से लिए बुलाया और उनके साथ मारपीट की।
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