शिमला/ नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के एक गांव में आज एक मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में भारतीय वायुसेना के एक पायलट की जान चली गयी। वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
भारतीय वायुसेना के एक प्रवक्ता ने नयी दिल्ली में जानकारी दी कि विमान नियमित उड़ान पर था और वह दोपहर एक बज कर 20 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना में रूस में बने मिग 21 को उड़ा रहे स्क्वाड्रन लीडर मीत कुमार की जान चली गयी। उन्होंने बताया कि जांच के आदेश दे दिये गए है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पायलट की मौत पर ‘गहरा शोक’ व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘‘बहादुर पायलट स्क्वाड्रन लीडर मीत कुमार को हमने एक हादसे में खो दिया। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदनाएं।’’
मिग-21 विमानों को चार दशक पहले भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था और उनमें से कई दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं।
वर्तमान में भारतीय वायुसेना के पास इस श्रेणी के केवल 18 विमान बचे हैं, जिन्हें अगले डेढ़ से दो साल में सेवाओं से हटाये जाने की योजना है।
कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल ने बताया कि यह लड़ाकू विमान ज्वाली थाना क्षेत्र के मेहरा पल्ली गांव में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
भारतीय वायुसेना, विमान दुर्घटना के बढ़ते मामलों की समस्या से जूझ रही है।
विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने लोकसभा में बताया कि 2015-16 में भारतीय वायुसेना के विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के 25 मामले देखने को मिले।
उनके ओर से पेश किये गए आंकड़ों में कहा गया है कि इन दुर्घटनाओं में 39 लोगों की जान गयी और भारतीय वायुसेना ने सारे दुर्घटनाग्रस्त विमान गंवा दिए।
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