विदेश मंत्रालय (MEA) ने स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के विदेश भागने की आशंका या फिर उसके प्रत्यर्पण के लिए गुजरात पुलिस की ओर से संपर्क को लेकर कहा है कि उसे इस बार में कोई औपचारिक सूचना नहीं है। विदेश मंत्रालय ने साथ ही ये भी कहा कि अगर प्रत्यर्पण की जरूरत है तो उसके लिए लोकेशन, शख्स के बारे में पूरी जानकारी आदि की जरूरत पड़ेगी लेकिन ये सब फिलहाल उसके पास नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार विदेश मंत्रालय की ओर से ये बातें उस समय कही गई जब ये सवाल पूछा गया कि क्या नित्यानंद भारत से बाहर भाग गया है और क्या गुजरात पुलिस ने MEA से प्रत्यर्पण को लेकर कोई संपर्क साधा है? विदेश मंत्रालय ने इस वाल पर कहा, 'हमारे पास कोई औपचारिक जानकारी नहीं है और न ही गुजरात पुलिस या गृह मंत्रालय की ओर से कोई जानकारी दी गई है। प्रत्यर्पण के लिए हमें लोकेशन और शख्स के बारें में पूरी जानकारी चाहिए। हमारे पास उसके बारे में ऐसी कोई जानकारी नहीं है।'
बता दें कि इससे पहले बुधवार को गुजरात हाई कोर्ट ने एक व्यक्ति की याचिका पर नित्यानंद और राज्य सरकार को नोटिस जारी किये। व्यक्ति ने अपनी याचिका में नित्यानंद द्वारा यहां चलाये जाने वाले एक आश्रम में ‘बंधक’ बनाकर रखी गई उनकी दो बेटियों को उन्हें सौंपने का अनुरोध किया है। याचिकाकर्ता जनार्दन शर्मा ने आरोप लगाया कि आश्रम योगिनी सर्वज्ञपीठम के अधिकारी उन्हें और उनकी पत्नी को वहां रह रही उनकी दो बेटियों से नहीं मिलने दे रहे हैं। शर्मा ने कहा कि पुलिस ने हाल में उनकी दो अन्य बेटियों(दोनों नाबालिग) को बचाया था। वे भी इसी आश्रम में रह रही थीं।
याचिकाकर्ता के अनुसार पुलिस की मदद से अभिभावक आश्रम पहुंचे और अपनी दो नाबालिग बेटियों को लाने में सफल रहे लेकिन उनकी बालिग बेटियों ने उनके साथ आने से मना कर दिया। अभिभावक ने इस सिलसिले में एक शिकायत दर्ज कराई और इसके बाद एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
एक संबंधित घटनाक्रम में शहर पुलिस ने बुधवार को अहमदाबाद में अपना आश्रम चलाने के लिए बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने के काम में लगाने के आरोप में स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने नित्यानंद की दो महिला अनुयायियों को गिरफ्तार भी किया है।