नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला किया। सीएम ने कहा कि आज सदन में नगर निगम के चुनावों को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने बिल लाकर तीनों निगमों के एकीकरण के नाम पर चुनाव टाले हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि बिल पास होने के बाद कहा गया था कि परिसीमन आयोग बनाएंगे और फिर चुनाव होंगे। एकीकरण को हुए भी लगभग 1.5 महीना हो गया है। लेकिन अभी तक परिसीमन आयोग बनाया ही नहीं और न ही इनका बनाने का मन है।
इससे जाहिर होता है कि भाजपा AAP से डरती है। वो चुनाव नहीं कराना चाहते। ये जनतंत्र के खिलाफ है, संविधान के खिलाफ है। अगर जल्द से जल्द चुनाव नहीं कराए गए तो हम कोर्ट भी जा सकते हैं। भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह बल प्रयोग और गुंडागर्दी करके शहर में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का चुनाव कराने की अनुमति नहीं दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) समय पर चुनाव कराने के लिए अदालत जाएगी। मानसून सत्र के दूसरे दिन दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने दावा किया कि ऐसी चर्चा है कि दिल्ली को पूर्ण केंद्र शासित प्रदेश में बदला जा सकता है और फिर चुनाव नहीं होंगे। केजरीवाल ने चर्चा के दौरान कहा, ‘‘वे (केंद्र) एमसीडी चुनावों की अनुमति नहीं देने के लिए बल प्रयोग और गुंडागर्दी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एमसीडी चुनाव समय पर कराने के लिए हमें अदालत का दरवाजा खटखटाना होगा और हम ऐसा करेंगे।’’ अपने भाषण के बाद केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तीन एमसीडी के एकीकरण की कवायद के दौरान केंद्र ने आश्वासन दिया था कि एक परिसीमन आयोग का गठन किया जाएगा, जिसके बाद चुनाव होंगे।’’
उन्होंने कहा कि एमसीडी का एकीकरण होने के बाद डेढ़ महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन उन्होंने परिसीमन आयोग का गठन नहीं किया है। केजरीवाल ने कहा कि वे नहीं चाहते कि चुनाव हो, और यह लोकतंत्र के खिलाफ है।