लोकसभा चुनाव 2019 : मायावती ने बिहार में खेला दलित कार्ड
By एस पी सिन्हा | Published: April 19, 2019 06:16 AM2019-04-19T06:16:23+5:302019-04-19T06:16:23+5:30
18 अप्रैल बिहार के गोपालगंज में चुनाव प्रचार करने पहुंची बसपा प्रमुख मायावती ने आज भावुक होकर कहा कि मैं दलित की बेटी हूं, इसलिए चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में जाने से मुझे रोक दिया. जिस रैली में जाने से मुझे रोका गया वह रैली आगरा में थी
18 अप्रैल बिहार के गोपालगंज में चुनाव प्रचार करने पहुंची बसपा प्रमुख मायावती ने आज भावुक होकर कहा कि मैं दलित की बेटी हूं, इसलिए चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में जाने से मुझे रोक दिया. जिस रैली में जाने से मुझे रोका गया वह रैली आगरा में थी, जो उत्तरप्रदेश के दलितों की राजधानी कही जाती है.
गोपालगंज में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी को चुनाव आयोग की कार्रवाई का जवाब मतदान करके देना होगा. बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा का काम है धार्मिक भावनाओं को भड़काना और चुनाव में उसका उपयोग करना. इस बार भाजपा ने तो सेना का भी इस्तेमाल किया जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. लेकिन चुनाव आयोग चुप्पी साधे हुए है. मायावती ने कहा कि आप सभी को इस बात को पूरे देश में जनता तक पहुंचानी होगी. विरोधियों व विपक्षियों का मुंह बंद करने के लिए उनके खिलाफ सीबीआई व ईडी का दुरु पयोग किया गया.
बसपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस अपनी गलत नीतियों के कारण पहले कई राज्य से और फिर देश की सत्ता से बेदखल हो गई, ठीक उसी राह पर भाजपा चल रही है. बसपा सुप्रीमो के साथ उनके भतीजे आकाश आनंद भी आए थे. मायावती ने कहा कि मोदी अगर ईमानदार होते तो चुनाव के मौसम में घोषणाएं नहीं करते. भाजपा सरकार में गरीब व किसान दु:खी हैं. पूंजीपति व धन्नासेठ मालामाल है. भ्रष्टाचारी बचे रहे. आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है.