जम्मू: जम्मू-कश्मीर की रहने वाली 24 वर्षीय माव्या सूदन भारतीय वायु सेना (IAF) में पहली महिला फाइटर पायलट बनी हैं । राजौरी जिले की इस फ़ाइटर पर उनके परिवार और पूरे देश को गर्व है।
माव्या सूदन फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में भारतीय वायुसेना में 12 वीं महिला अधिकारी बनीं ।इसके साथ ही राजौरी से पहली बार वायु सेना में एक लड़ाकू पायलट के रूप में शामिल हुईं।अपनी बेटी की उपलब्धि पर मीडिया से बात करते हुए माव्या के पिता विनोद सूदन ने कहा कि मुझे गर्व महसूस हो रहा है। अब वह हमारी ही नहीं इस देश की बेटी है। हमें कल से बधाई संदेश मिल रहे हैं।
फाइटर पायलट की बहन मान्यता सूदन, जो श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में जेई हैं, ने कहा कि अपने स्कूल के दिनों से ही माव्या का झुकाव वायु सेना की ओर था और वह हमेशा से फाइटर पायलट बनना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी छोटी बहन पर गर्व है। बचपन से उसका यही सपना था। मुझे यकीन है कि वह जल्द ही अपनी प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी करेगी। यह तो एक शुरूआत है। हर कोई उसे अपनी बेटी की तरह मान रहा है। पूरे देश से लोग उसका समर्थन कर रहे हैं और उसे प्रेरित कर रहे हैं। यह सभी के लिए एक प्रेरणा की मिसाल है।
माव्या की माँ सुषमा सूडान ने कहा कि मुझे खुशी है कि उसने इतनी मेहनत की है और अपना लक्ष्य हासिल किया है। उसने हमें गर्व महसूस कराया है।उनकी दादी पुष्पा देवी ने कहा कि माव्या की खबर से गांव के सभी लोग खुश हैं। रविवार को एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने वायु सेना अकादमी, डुंडीगल, हैदराबाद में आयोजित संयुक्त स्नातक पासिंग आउट परेड की समीक्षा की।