मथुराः मेमने को बचाने बोरवेल में उतरे चाचा-भतीजे खुद ही जिंदा नहीं बचे, दो घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकली लाशें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 24, 2022 11:04 AM2022-09-24T11:04:06+5:302022-09-24T11:09:43+5:30
गोवर्धन के थानाध्यक्ष नितिन कसाना ने बताया कि शुक्रवार को मुड़सेरस निवासी सरमन (52) और उनका भतीजा धर्म सिंह (22) जंगल में भेड़ चराने गए थे। उन्होंने बताया कि शाम को बारिश हो रही थी और जब वे लौट रहे थे, तब एक मेमना बोरवेल में गिर गया।
मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोवर्धन थाना इलाके में बोरवेल में गिरे भेड़ के बच्चे (मेमना) को बचाने उतरे चाचा व उसके भतीजे की कुएं में दम घुटकर मृत्यु हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। गोवर्धन के थानाध्यक्ष नितिन कसाना ने बताया कि शुक्रवार को मुड़सेरस निवासी सरमन (52) और उनका भतीजा धर्म सिंह (22) जंगल में भेड़ चराने गए थे। उन्होंने बताया कि शाम को बारिश हो रही थी और जब वे लौट रहे थे, तब एक मेमना बोरवेल में गिर गया।
कसाना ने बताया कि मेमने को निकालने के लिए धर्म सिंह बोरवेल में उतर गया, जब वह वापस नहीं निकला, तो सरमन भी उतर गया, लेकिन वे बाहर नहीं आए। उन्होंने बताया कि रास्ते से गुजर रहे लोगों ने देखा तो घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। कसाना ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से धर्म सिंह व सरमन को बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां चिकित्सकों ने मेडिकल परीक्षण के उपरांत उन दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मृतक सरमन के भाई झानो ने बताया कि प्रतिदिन की तरह दोनों भेड़ चराने गए थे और लौटते समय मेमना बोरवेल में गिर गया। उन्होंने बताया कि बच्चे को निकालने के दौरान संभवतः कुएं में उतरने पर जहरीली गैस से दम घुटने के कारण दोनों की मौत हो गई। पुलिस उपाधीक्षक राम मोहन शर्मा ने बताया कि भेड़ चराकर लौटते समय चाचा- भतीजे की बोरवेल में दम घुटने से मौत हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है।