नयी दिल्ली, एक अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पूर्वी एशियाई क्षेत्र में वृद्धों के कोविड रोधी टीकाकरण के लिए व्यापक प्रयास किए जाने चाहिए क्योंकि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण और अन्य गंभीर बीमारियों का बड़ा जोखिम है।
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र की निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, ‘‘वृद्ध लोगों के लिए महामारी का लगातार बड़ा जोखिम बना हुआ है। उन्हें घातक कोरोना वायरस से बचाना हमारी प्राथमिकता होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अधिक जोखिम वाले समूहों के तहत बुजुर्ग लोगों का टीकाकरण कर देश प्रभावी रूप से मृत्यु और अस्पताल में भर्ती होने संबंधी आंकड़ों में कमी ला सकते हैं।’’
यह उल्लेख करते हुए कि कुछ देश अपनी बुजुर्ग आबादी के टीकाकरण में अच्छी प्रगति कर रहे हैं, सिंह ने कहा कि इस संवेदनशील आबादी की सुरक्षा के लिए क्षेत्र के सभी देशों को टीकाकरण का दायरा बढ़ाने के वास्ते ठोस एवं केंद्रित प्रयास करने होंगे।
सिंह ने कहा कि कोविड रोधी टीके गंभीर बीमारी और मृत्यु को रोकने में सुरक्षित एवं प्रभावी हैं। उन्होंने कहा कि सर्वाधिक जोखिम वाली आबादी की सुरक्षा करने से न सिर्फ बीमारी का भार कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि स्वास्थ्य प्रणालियों पर पड़ रहे प्रभाव को सीमित करने में भी मदद मिलेगी।
संयुक्त राष्ट्र के इस साल के अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस का विषय ‘सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए डिजिटल समानता’ है जो विशेष तौर पर स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े नीति निर्माताओं के लिए प्रासंगिक है।
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