Mann Ki Baat: कल सुबह 11 बजे पीएम मोदी 'मन की बात' के जरिए देश को करेंगे संबोधित, लॉकडाउन 5 का करेंगे ऐलान!
By अनुराग आनंद | Published: May 30, 2020 06:21 PM2020-05-30T18:21:16+5:302020-05-30T18:25:13+5:30
कुछ रिपोर्ट्स के हवाले बात सामने आ रही है कि सरकार 1 जून 2020 से दो हफ्तों तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा सकती है।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसी बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (कल) सुबह 11 बजे 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित करेंगे। कल ही लॉकडाउन 4 की समय सीमा समाप्त हो रही है, ऐसे में पीएम मोदी लॉकडाउन 5 को लेकर अपनी बात रख सकते हैं। ऐसे में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि जिस हिसाब से तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में पीएम मोदी लॉकडाउन 5 की भी घोषणा कर सकते हैं।
एचटी ने बताया कि कुछ रिपोर्ट्स के हवाले बात सामने आ रही है कि सरकार 1 जून 2020 से दो हफ्तों तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा सकती है। माना जा रहा है कि लॉकडाउन 5.0 में केंद्र सरकार का ध्यान 11 शहरों की तरफ होगा। इन्हीं शहरों से देश के 70 % कोरोना मामले सामने आए हैं।
बता दें कि इससे पहले मार्च और अप्रैल महीने के आखिरी रविवार को पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों से बात कर चुके हैं। 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में दो गज की दूरी की अहमियत को दोहराते हुए कहा था, कोरोना को हराने के लिए देश को सजग रहते हुए एहतियात बरतना होगा।
इसके साथ ही पिछले मन की बात में उन्होंने कहा था कि देश इस महामारी से लड़ने को प्रेरित है लेकिन इस दिशा में हमें कुछ कुरीतियों का परित्याग करना होगा। भारत में असल में जनता कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है और इसमें सरकार उसका साथ दे रही है। संकट की इस घड़ी में लोगों ने एक दूसरे की मदद की असीम भावना का प्रदर्शन किया है और अब लोगों को एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रखते हुए इस महामारी को देश निकाला देना होगा।
प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ के अवसर पर देशवासियों के नाम खुले पत्र में मोदी ने कहा कि वर्ष 2019 में देश की जनता ने केवल सरकार को जारी रखने के लिये ही वोट नहीं दिया बल्कि जनादेश देश के बड़े सपनों और आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए था। और इस एक साल में लिए गए फैसले इन्हीं बड़े सपनों की उड़ान है। उन्होंने कहा कि गत एक वर्ष में देश ने सतत नए स्वप्न देखे, नए संकल्प लिए और इन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए निरंतर निर्णय लेकर कदम भी बढ़ाए।
पीएम ने अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त करने, राम मंदिर मुद्दे के समाधान, एक बार में तीन तलाक को अपराध की श्रेणी में लाने और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहले साल की प्रमुख उपलब्धियों के रूप में गिनाया और कहा कि ऐसे निर्णयों ने भारत की विकास यात्रा को नई गति, नए लक्ष्य दिए और लोगों की अपेक्षाओं को पूरा किया है।