दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति मामले में सीबीआई द्वारा पूछताछ किए जाने से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राहुल गांधी से नहीं बल्कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से डरते हैं। इसके साथ ही बेहद तल्ख अंदाज में मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ही है, जो भाजपा के कुशासन का नाश करेगी।
पूछताछ के लिए अपने आवास से सीबीआई मुख्यालय की ओर निकले हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने समर्थकों के बीच भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि वो उनकी बीमार पत्नी और बच्चे की देखभाल करें। इसके साथ ही सिसोदिया ने इस बात का दावा किया कि सीबीआई उन्हें पूछताछ के लिए नहीं बुला रही है बल्कि उन्हें झूठे मामले में ‘जेल’ भेजने की तैयारी कर रही है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जीवन भर ईमानदारी से काम करने का यह सिला दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी नहीं थी, उस समय मैंने अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़ने के लिए टीवी पत्रकारिता का करियर छोड़ दिया। पत्नी हमेशा मेरे साथ खड़ी रही। मेरे पीछे वो अकेली रह जाएगी क्योंकि वो मुझे जेल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। मेरी पत्नी बीमार हैं, हो सके तो उनकी देखभाल करें।”
इसके साथ ही दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं जा रहा हूं लेकिन अपने स्कूली बच्चों से कहना चाहता हूं इसका मतलब यह नहीं है कि वे कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्हें मेहनत और लगन के साथ मन लगाकर पढ़ाई करनी है। अगर बच्चों ने पढ़ाई छोड़ी तो वह जेल में खाना बंद कर देंगे।
वहीं इस घटनाक्रम से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त की थी। मनीष सिसोदिया के एक ट्वीट पर जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, 'भगवान आपके साथ है मनीष। लाखों बच्चों और उनके पेरेंट्स की दुआयें आपके साथ हैं। जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है। प्रभू से कामना करता हूँ कि आप जल्द जेल से लौटें। दिल्ली के बच्चे, पैरेंट्स और हम सब आपका इंतजार करेंगे।'
दिल्ली मंत्रिमंडल में वित्त विभाग संभाल रहे सिसोदिया को पिछले रविवार को तलब किया गया था। लेकिन, उन्होंने चल रही बजट कवायद का हवाला देते हुए अपनी पूछताछ टालने की मांग की थी, जिसके बाद जांच एजेंसी ने उन्हें 26 फरवरी को पेश होने के लिए कहा था।
गौरतलब है कि सिसोदिया से इससे पहले आबकारी नीति मामले को लेकर पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी, जिसके एक महीने पहले सीबीआई ने सात लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। सीबीआई सिसोदिया से आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, शराब कारोबारियों के साथ उनके कथित संबंधों और गवाहों के बयानों में किये गये दावों के बारे में पूछताछ करेगी।