मणिपुर: अफवाह फैलाने वाली खबरों की जानकारी देने के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर, लूटे हथियार लौटाने की अपील
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 22, 2023 06:01 PM2023-07-22T18:01:57+5:302023-07-22T18:03:42+5:30
मणिपुर सरकार ने शनिवार को जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की। एक हेल्पलाइन नंबर (9233522822) जारी किया गया है। सरकार ने लोगों से लूटे गए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों को नजदीकी पुलिस स्टेशनों में वापस करने का भी आग्रह किया है।
इंफाल: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड निकालने का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य में एक बार फिर से तनाव भड़का हुआ है। राज्य में एक बार स्थिति खराब होने की आशंका के बीच मणिपुर सरकार ने शनिवार को जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की। लोगों को "निराधार" वीडियो के प्रसार के बारे में सूचित करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर (9233522822) जारी किया गया है। सरकार ने लोगों से लूटे गए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों को नजदीकी पुलिस स्टेशनों में वापस करने का भी आग्रह किया है।
बता दें कि दो आदिवासी महिलाओं को नग्न कर घुमाए जाने के मामले में अब तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में 4 लोग 20 जुलाई को गिरफ्तार किए गए थे। शुक्रवार, 21 जुलाई की देर रात पांचवे आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। 19 वर्षीय आरोपी की पहचान युमलेम्बम नुंगसिथोई के रूप में हुई।
मणिपुर पुलिस ने एक बयान में कहा, "राज्य पुलिस कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी करके शेष दोषियों को गिरफ्तार करने का हरसंभव प्रयास कर रही है।"
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने आश्वासन दिया कि वह वायरल वीडियो में देखे गए अन्य संदिग्धों के लिए खोज अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने कहा कि कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। एन बीरेन सिंह ने कहा, "हम राज्य भर में, घाटी और पहाड़ी दोनों जगह इसकी निंदा कर रहे हैं। राज्य के लोग महिलाओं को मां के समान मानते हैं। कुछ शरारती तत्वों ने ऐसा करके हमारी छवि खराब की है।"
एन बीरेन सिंह ने ट्वीट करके कहा, "मेरी संवेदनाएं उन दो महिलाओं के प्रति हैं जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई। फिलहाल गहन जांच चल रही है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। हमारे समाज में ऐसे जघन्य कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। इस मामले में मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए।"