Man Vs Wild: मशहूर वाइल्ड लाइफ शो में जब बेयर ग्रिल्स ने पीएम मोदी को बचाव के लिए दिया भाला तो मिला ये जवाब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 12, 2019 09:54 PM2019-08-12T21:54:43+5:302019-08-12T21:54:43+5:30
अपनी दादी से जुड़ा हुआ एक किस्सा सुनाते हुए पीएम मोदी न कहा कि एक बार कुछ लकड़ी बेचने के लिए उन्होंने दादी से कहा तो उन्होंने मना कर दिया कि लकड़ी में जान होती है इसलिए नहीं बेचेंगे।
डिस्कवरी चैनल के मशहूर शो मैन वर्सेज वाइल्ड का प्रसारण शुरू है। इस प्रोग्राम को होस्ट करने वाले बेयर ग्रिल्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आ रहे हैं। ये शो कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट हुआ है। इस दौरान पीएम मोदी ने बेयर ग्रिल्स के साथ अपने बचपन से जुड़े कई किस्से और यादें शेयर किया।
पीएम मोदी बेयर ग्रिल्स से कहते हैं, 'हम छोटे थे तो साबुन के पैसे नहीं होते थे। सर्दियों में जब ओस की बूंद का इस्तेमाल साबुन की जगह करते थे। यह प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य था।'
सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं बल्कि बेयर ग्रिल्स ने भी कुछ किस्से पीएम मोदी से शेयर किया। अपनी दादी से जुड़ा हुआ एक किस्सा सुनाते हुए पीएम मोदी न कहा कि एक बार कुछ लकड़ी बेचने के लिए उन्होंने दादी से कहा तो उन्होंने मना कर दिया कि लकड़ी में जान होती है इसलिए नहीं बेचेंगे।
अपने टेम्परामेंट के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि मैं कभी निराश नहीं होता हूं। यंग जेनरेशन को एक संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यंग लोगों से कहना है कि जिदगी को टुकड़ों में न सोचें। बल्कि जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव का हिम्मत से सामना करें।
शो की शूटिंग के दौरान बेयर ग्रिल्स जंगल में टाइगर के होने की आशंका जाहिर करते हैं। इस पर पीएम मोदी कहते हैं कि यह टाइगर का ही इलाका है। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बेयर चाकू की मदद से भाला तैयार करते हैं और पीएम मोदी से कहते हैं आप देश के महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। आपकी सुरक्षा मेरी प्राथमिकता है।
इसके बाद बेयर ने पीएम मोदी को चाकू से बनाया हुआ हथियार बनाकर पीएम मोदी को दिया और कहा कि यह आपकी सुरक्षा के लिए है, इस पर मोदी ने कहा, 'किसी को मारना मेरे संस्कार में नहीं है, लेकिन आपकी सुरक्षा के लिए इसे में अपने पास रख लेता हूं।'
जिम कॉर्बेट पार्क के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि यहां पहाड़, प्रकृति, नदी और तालाब शानदार है। उन्होंने कहा कि प्रकृति से संघर्ष करते हैं तो यह खतरनाक होता है, लेकिन हम प्रकृति से संतुलन बना लेते हैं तो वह भी हमारी मदद करती है।