बिहार: दरभंगा चौराहे का नाम रखा 'मोदी चौक' तो हुई BJP नेता के पिता की हत्या, पुलिस ने बताई असली वजह
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 17, 2018 11:28 IST2018-03-17T11:16:18+5:302018-03-17T11:28:37+5:30
दरभंगा के भदवा गांव में 'मोदी चौक' का बोर्ड लगने के बाद 15 मार्च की रात बीजेपी नेता के घर पर हमला कर उनके पिता की गर्दन तलवार से काट दी।

modi chokk
पटना, 17 मार्च; बिहार के दरभंगा में 15 मार्च को बीजेपी नेता के पिता का मर्डर हुआ। जिसकी वजह लोग दरभंगा चौराहे का नाम रखा 'मोदी चौक' बता रहे हैं। इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दरभंगा पुलिस अधीधक ने यह साफ कर दिया है कि हत्या मोदी चौक नाम रखने की वजह से नहीं हुआ है। पुलिस के मुताबिक हत्या की वजह जमीनी विवाद है।
दरभंगा एसएसपी सत्यावीर सिंह ने कहा कि यह मामला भूमि-विवाद का है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता कमलेश यादव के पिता रामचंद्र यादव आरोपी के साथ पहले से ही जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। दिलीप पासी नाम का शख्स पहले से ही उसका दुश्मन था। सत्यावीर सिंह ने साफ कर दिया है कि हत्या भूमि विवाद की वजह से हुई है। इसका मोदी चौक के नामकरण से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने ने अपने प्राइवेट जमीन का नाम नरेंद्र मोदी चौक रखा था। फिलहाल इसको लेकर गांव में कोई भी तनाव का माहौल नहीं है।
It was due to an old land dispute & has no connection with naming of chowk, they named their private land as Narendra Modi Chowk. Batons were used to injure the deceased's son. There is no tension in the village: Satya Veer Singh, SSP on killing of man in Darbhanga #Biharpic.twitter.com/7g9Chgw21J
— ANI (@ANI) March 17, 2018
गौरतलब है कि 15 मार्च देर रात दो दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों ने सदर थाना क्षेत्र के भदवा चौक स्थित बीजेपी कार्यकर्ता के घर पर हमला किया। इस हमले में बीजेपी कार्यकर्ता कमलेश यादव के पिता रामचंद्र यादव को हमलावरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। वहीं खुद कमलेश यादव बुरी तरह जख्मी हो गए हैं। जिनका इलाज दरभंगा के डीएमसीएच में चल रहा है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक दरभंगा के भदवा गांव के रहनेवाले रामचंद्र यादव ने दो साल पहले अपने घर के पास स्थित एक चौक का नाम मोदी चौक रखा था। रामचंद्र ने चौक पर 'मोदी चौक' नाम से एक बोर्ड भी लगा दिया था। जिसका गांव के कुछ लोग आलोचना कर रहे थे। विरोध के बाद भी जब रामचंद्र ने चौक का नाम नहीं बदला तो 15 मार्च की रात कुछ लोगों ने घर पर हमला कर उनकी हत्या कर दी। बता दें कि मृतक रामचंद्र के बेटे और भोला यादव के भाई तेज नारायण यादव पंचायत स्तर के नेता हैं।
