ममता बनर्जी के 'RSS इतना बुरा नहीं' वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी का कटाक्ष, याद दिलाया 2003 का किस्सा
By मनाली रस्तोगी | Updated: September 1, 2022 12:57 IST2022-09-01T12:56:12+5:302022-09-01T12:57:37+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आरएसएस में कई "अच्छे लोग" हैं जो "भाजपा का समर्थन नहीं करते हैं।"

ममता बनर्जी के 'RSS इतना बुरा नहीं' वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी का कटाक्ष, याद दिलाया 2003 का किस्सा
हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा की टिप्पणी को लेकर उनपर कटाक्ष किया। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में ममता बनर्जी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आरएसएस में कई "अच्छे लोग" हैं जो "भाजपा का समर्थन नहीं करते हैं।"
बनर्जी ने कहा, "आरएसएस पहले इतना बुरा नहीं था। मुझे नहीं लगता कि वे (आरएसएस) इतने बुरे हैं। फिर भी, आरएसएस में कई सच्चे/अच्छे लोग हैं और वे भाजपा का समर्थन नहीं करते हैं। वे भी एक दिन चुप्पी तोड़ेंगे।" इस बीच हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि आरएसएस का इतिहास "मुस्लिम विरोधी घृणा अपराध से भरा" है और उन्हें उम्मीद है कि तृणमूल के "मुस्लिम चेहरे" बंगाल की मुख्यमंत्री की "ईमानदारी और निरंतरता" के लिए प्रशंसा करेंगे।
In 2003 too Mamata had called RSS “patriots”. In turn RSS had called her “Durga”. RSS wants Hindu Rashtra. Its history is full of anti-Muslim hate crime. She’d defended BJP govt in Parliament after Gujarat pogrom. Hope TMC’s “Muslim faces” praise her for her honesty & consistency https://t.co/45LKZ7aI4s
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 1, 2022
इसी क्रम में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "2003 में भी ममता ने आरएसएस को 'देशभक्त' कहा था। बदले में आरएसएस ने उन्हें "दुर्गा" कहा था। आरएसएस हिंदू राष्ट्र चाहता है। इसका इतिहास मुस्लिम विरोधी घृणा अपराध से भरा है। उन्होंने गुजरात नरसंहार के बाद संसद में भाजपा सरकार का बचाव किया था। आशा है कि टीएमसी के "मुस्लिम चेहरे" उनकी ईमानदारी और निरंतरता के लिए उनकी प्रशंसा करेंगे।"
सितंबर 2003 में जब बनर्जी बिना विभाग के कैबिनेट मंत्री के रूप में एनडीए सरकार में लौटीं, तो उन्होंने पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्ट "आतंक" के खिलाफ अपनी लड़ाई में संघ का समर्थन मांगा था। एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा था, "यदि आप (आरएसएस) हमें सिर्फ 1 प्रतिशत समर्थन देते हैं, तो हम लाल आतंक से लड़ने में सक्षम होंगे। मुझे इतने सारे आरएसएस नेताओं से कभी नहीं मिला, हालांकि मैं कुछ लोगों से व्यक्तिगत रूप से मिली हूं। आप लोग सच्चे देशभक्त हैं। मुझे पता है कि आप देश से प्यार करते हैं, आप देश के छोटे, दूरदराज के इलाकों की भी परवाह करते हैं।"