'ममता बनर्जी झूठ बोल रही हैं': नीति आयोग की बैठक को लेकर बंगाल सीएम के आरोपों पर बोले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी
By रुस्तम राणा | Published: July 27, 2024 04:51 PM2024-07-27T16:51:20+5:302024-07-27T16:51:20+5:30
ममता के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो बातें कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं... यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के सीएम को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को नीति आयोग की बैठक में केंद्र के खिलाफ यह आरोप लगाया किया उन्हें बैठक में बोलने की अनुमति नहीं दी गई। बनर्जी ने कहा कि जब वह बोल रही थीं तो उनका माइक बंद कर दिया गया और उन्होंने इसे "बंगाल और अन्य क्षेत्रीय दलों का अपमान" करार दिया। हालांकि ममता बनर्जी के आरोपों को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने झूठ बताया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी ने पहले से ही इस नौटंकी की पटकथा को तैयार कर लिया था।
ममता के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "नीति आयोग की बैठक के बारे में ममता बनर्जी जो बातें कह रही हैं, मुझे लगता है कि वह झूठ बोल रही हैं... यह बहुत आश्चर्यजनक है कि किसी राज्य के सीएम को बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ममता बनर्जी जानती थीं कि वहां क्या होने वाला है... उनके पास पहले से ही स्क्रिप्ट थी..." कांग्रेस नेता ने आगे कहा, जिस प्रकार से राहुल गांधी की देशभर में लोकप्रियता बढ़ रही है। उससे ममता बनर्जी को जलन हो रही है।
#WATCH | On West Bengal CM Mamata Banerjee's allegations, Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury says, " The things that Mamata Banerjee is saying regarding NITI Aayog meeting, I feel like she is lying...it is very surprising if a state's CM wouldn't be allowed to speak. Mamata… pic.twitter.com/K2W62ItQbc
— ANI (@ANI) July 27, 2024
वहीं टीएमसी के आरोपों पर पार्टी नेता शशि पांजा ने कहा, "आज फिर से सक्रिय संघवाद को झटका लगा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो एक गैर-भाजपा शासित राज्य की मुख्यमंत्री हैं, को विरोध स्वरूप बैठक से बाहर जाना पड़ा क्योंकि उन्हें बोलने और अपना भाषण पूरा करने की अनुमति नहीं दी गई।"
उन्होंने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ममता बनर्जी लोगों की आकांक्षाओं, भारत सरकार से उनकी अपेक्षाओं को लेकर चल रही हैं... बंगाल के लिए जो अभाव हुआ है... मनरेगा फंड, आवास योजना फंड, ये बंगाल सरकार के सच्चे दावे हैं। यह नहीं सुना गया और उनका माइक बंद कर दिया गया... यह भारतीय लोकतंत्र और बंगाल के लिए वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है।"