मल्लिकार्जुन खड़गे ने संभाली कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी, सोनिया गांधी ने कहा- आज काफी राहत महसूस कर रही हूं
By विनीत कुमार | Published: October 26, 2022 11:26 AM2022-10-26T11:26:37+5:302022-10-26T11:59:25+5:30
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज औपचारिक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष पद को ग्रहण कर लिया। इस मौके पर सोनिया गांधी समेत राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी आदि कई नेता मौजूद रहे।
नई दिल्ली: कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर अब तक कांग्रेस की कमाल संभाल रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि वे आज काफी राहत महसूस कर रही हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस तमाम चुनौतियों से पार पाने में कामयाब होगी। सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी ने अतीत में कई संकटों का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी और अब सबसे खतरनाक चुनौती देश में लोकतंत्र पर खतरा है।
सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलजुलकर आगे बढ़ने का आह्वान किया और कहा कि कांग्रेस ने कभी संकट के सामने हार नहीं मानी और आगे भी नहीं मानेगी। सोनिया गांधी ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि खड़गे जी से पूरी पार्टी को प्रेरणा मिलेगी, एक संदेश मिलेगा और इनके नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत होगी।'
सोनिया गांधी ने कहा, ‘सच कहूं तो मैं राहत महसूस कर रही हूं। आपने इतने वर्षों तक जो प्यार, सम्मान दिया है, यह मेरे लिए गौरव की बात है। मुझे इसका अहसास जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा।'
मधुसूदन मिस्त्री ने खड़गे को सौंपा निर्वाचन प्रमाणपत्र
इससे पहले पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने खड़गे को निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपा। इस मौके पर सोनिया गांधी समेत राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के सदस्य राजेश मिश्रा, अरविंदर सिंह लवली और ज्योति मणि भी मंच पर मौजूद रहे।
इनके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
पदभार ग्रहण करने से पहले खड़गे ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांलि अर्पित की। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। पदभार ग्रहण करने बाद खड़गे के सामने एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है तो अगले कुछ हफ्तों में होने जा रहे गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं।
वहीं, 2024 का लोकसभा चुनाव उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा होगा। दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। इसमें 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था।
(भाषा इनपुट)