लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र : जिला परिषद के शिक्षक गरीब बच्चों के लिए चला रहे हैं मुफ्त ऑनलाइन कक्षाएं

By भाषा | Updated: June 23, 2021 11:40 IST

Open in App

लातूर (महाराष्ट्र), 23 जून कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्कूलों के बंद होने से जब सुविधाओं से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा हासिल करना मुश्किल हो गया है, ऐसे में महाराष्ट्र के लातूर के जिला परिषद स्कूल के एक शिक्षक ने उन्हें मुफ्त में ऑनलाइन पढ़ाने की एक पहल शुरू कर एक नई उम्मीद जगाई।

साइनाथ माने (45) पिछले सात महीने से निलंगा तहसील के बुजुर्गवाड़ी गांव में अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं। महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों के पांचवी से नौंवी कक्षा तक के करीब 150 छात्र नियमित कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं।

माने ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ स्कूल बंद होने के बाद कई गरीब छात्र अपनी शिक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे। मैंने शुरू में केवल अपने स्कूल के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की थीं। इन बच्चों ने दूसरे बच्चों को भी इस पहल के बारे में बताया। अब नांदेड़, बीड, नासिक, सिंधुदुर्ग, पुणे और मुंबई के विभिन्न जिलों के छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं।’’

उन्होंने बताया कि हर दिन करीब साढ़े तीन घंटे कक्षाएं ली जाती हैं। आधे घंटे उन्हें केवल अंग्रेजी सिखाई जाती है। ‘‘काफी कम समय में बच्चे अच्छी अंग्रेजी बोलने लगे हैं।’’

माने ने कहा, ‘‘ मेरे छात्रों के अभिभावक खुश हैं। वे हमें कहते हैं कि भले ही फीस लें, पर कक्षाएं जारी रखें। हम उनसे किसी चीज की उम्मीद नहीं करते क्योंकि हमारा लक्ष्य केवल छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटआईसीसी टी20 विश्व कप से पहले 9 मैच?, बीसीसीआई-कोच गौतम के सामने गंभीर सवाल, संजू सैमसन, जितेश शर्मा, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में कैसे करें फिट?

कारोबारक्या है ‘आपका धन, आपका अधिकार’ अभियान?, 60 दिन में 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति असली मालिकों को लौटाई गई, पीएम मोदी बोले-आंदोलन को और व्यापक बनाएं

भारतवीर सावरकर के नाम पर दिए जाने वाले किसी भी पुरस्कार को स्वीकार नहीं करूंगा?, कांग्रेस सांसद शशि थरूर बोले- मेरी सहमति के बिना मेरे नाम की घोषणा करना गैरजिम्मेदाराना

क्राइम अलर्टहॉरर आंकड़े, 2023 में 15 वर्ष और अधिक उम्र की 1 अरब से अधिक महिलाओं ने बचपन में यौन हिंसा झेली, 60.8 करोड़ अंतरंग साथी की गई हिंसा की शिकार

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

भारत अधिक खबरें

भारतVIDEO: ये अनपढ़ है… लोकसभा में भड़के अखिलेश यादव, देखें वायरल वीडियो

भारतMP: मंत्री प्रतिमा बागरी के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन, नाम पट्ट पर पोती कालिख

भारतआखिर हो क्या रहा है?, सदन से गायब हैं मंत्री, विधायक भास्कर जाधव ने कहा-आजकल तो कुछ भी सूचित नहीं किया जाता

भारतIndiGo Crisis: दिल्ली हाईकोर्ट ने इंडिगो संकट पर केंद्र सरकार को लगाई फटकार, पूछा- "ऐसी स्थिति कैसे हुई"

भारतGoa Nightclub Fire: लूथरा ब्रदर्स ने जमानत के लिए दिल्ली कोर्ट में लगाई अर्जी, गिरफ्तारी से बचने के लिए दायर की याचिका