महाराष्ट्र: मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता के लिए एक साथ सैकड़ों नागरिकों का ‘वॉक फॉर फ्रीडम’

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 22, 2024 13:47 IST2024-10-22T13:43:32+5:302024-10-22T13:47:40+5:30

यह शिवाजी स्टेडियम भांद्रा से शुरू होकर प्रमुख सड़कों से होकर सिंगल फाइल वॉक थी, जिसमें लोग मानव तस्करी के खिलाफ जागरुक करने वाली तख्तियां लेकर सड़कों पर आए।

Maharashtra 'Walk for Freedom' of hundreds of citizens together for awareness against human trafficking | महाराष्ट्र: मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता के लिए एक साथ सैकड़ों नागरिकों का ‘वॉक फॉर फ्रीडम’

महाराष्ट्र: मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता के लिए एक साथ सैकड़ों नागरिकों का ‘वॉक फॉर फ्रीडम’

भांद्रा: मानव तस्करी को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉलेजों, सरकारी एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों के 580 से अधिक नागरिकों ने वैश्विक ‘वॉक फॉर फ्रीडम’ के में हिस्सा लिया। वॉक की शुरुआत मुख्य अतिथि बीजू गव्हारे, सेक्रेटरी, डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी और जिला खेल अधिकारी आकाश गायकवाड़ ने की।

‘वॉक फॉर फ्रीडम’ मानव तस्करी को खत्म करने के लिए एक वैश्विक समन्वित प्रयास है, जो दुनिया भर में 50 से अधिक देशों और 500 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया जाता है। यह शिवाजी स्टेडियम भांद्रा से शुरू होकर प्रमुख सड़कों से होकर सिंगल फाइल वॉक थी, जिसमें लोग मानव तस्करी के खिलाफ जागरुक करने वाली तख्तियां लेकर सड़कों पर आए। मानव तस्करी के खामोश पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यह एक मौन वॉक थी।

भांद्रा में वॉक का नेतृत्व एनजीओ युवा ग्रामीण एसोसिएशन ने किया। वॉक में मीरा बहुचिये महिला संस्था, यूथ फॉर सोशल जस्टिस, लक्ष्य अस्पताल, इंडियन रेड क्रॉस, ग्रीन हेरिटेज जैसे एनजीओ भी शामिल हुए। वॉक की शुरुआत में लोगों को मानव तस्करी के संकेतों और संदिग्ध स्थितियों को देखने पर कॉल करने के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में शिक्षित किया गया, जैसे कि 1098 (संकट में बच्चों के लिए चाइल्डलाइन हेल्पलाइन), 181 (महिलाओं के लिए राष्ट्रीय पुलिस हेल्पलाइन), और 112 (राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया)। प्रतिभागियों ने इन नंबरों को अपने फोन में सहेज लिया, और अपने समुदाय के भीतर मानव तस्करी को समाप्त करने में मदद करने के लिए सक्रिय कार्रवाई करने वाले सतर्क नागरिक बनने की शपथ भी ली। 

वैश्विक स्तर पर वॉक का आयोजन A21 संस्था द्वारा किया जाता है, जो आधुनिक समय की गुलामी के खिलाफ लड़ाई में एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ है। ‘वॉक फॉर फ्रीडम’ की राष्ट्रीय आयोजक मुंबई स्थित सोशल टीम 'द मूवमेंट इंडिया' थी, जो मानव तस्करी को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर काम करती है। इस वर्ष यह वॉक भारत के 14 राज्यों में 100 से अधिक स्थानों पर आयोजित की गई, जिसमें 30,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (2023) की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में 49.6 मिलियन लोग आधुनिक समय की विभिन्न प्रकार की गुलामी में फंसे हुए हैं, जिसमें सेक्स, श्रम, अंग, बच्चे बेचने, जबरन विवाह और घरेलू दासता के लिए शोषण शामिल है। इसका मतलब है कि दुनिया भर में हर 150 लोगों में से 1 गुलाम है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (2023) के मुताबिक भारत में 2022 में हर दिन 7 बच्चों की तस्करी की गई। 2022 में हर दिन 128 बच्चे लापता हुए और 2022 में दर्ज किए गए मानव तस्करी के लगभग आधे मामलों में पीड़ित बच्चे थे। ‘वॉक फॉर फ्रीडम’ मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में ‘कोई भी बच्चा पीछे न छूटे’ के वैश्विक और राष्ट्रीय आह्वान के साथ एकजुटता प्रदर्शित करता है।

Web Title: Maharashtra 'Walk for Freedom' of hundreds of citizens together for awareness against human trafficking

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