पुणे, 23 अप्रैल महाराष्ट्र में कोविड-19 मरीजों के लिए चिकित्सकीय ऑक्सीजन के अभाव के मद्देनजर पुणे स्थित वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) ने शुगर मिलों से अपने संयंत्रों में जीवन रक्षक गैस का उत्पादन करने पर ध्यान केंद्रित करने की शुक्रवार को अपील की।
वीएसआई के महानिदेशक शिवाजीराव देशमुख ने राज्य में चीनी मिलों के निदेशकों को पत्र लिखकर कहा, ‘‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने अस्पतालों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की आपूर्ति की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर कहा है कि जिन चीनी मिलों में अब भी गन्ना पेराई का काम चल रहा है और जिनके परिसरों में ऊर्जा उत्पादन संयंत्र हैं, उन्हें ऑक्सीजन उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए भाप और ऊर्जा की आवश्यकता होती है और चीनी मिलों के संचालन के दौरान ये दोनों चीजें उपलब्ध होती हैं।
इस बीच, राज्य सहकारिता विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए निवेश की आवश्यकता होगी और इसके वास्तविक उत्पादन में चार से पांच महीने लग जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि चीनी मिलें इस प्रकार के संयंत्र लगाने के बारे में सोचती हैं, तो भी उन्हें क्षमता निर्माण के लिए कम से कम चार से पांच महीने का समय चाहिए होगा।
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