10 महीने पहले की सिफारिशें नहीं हुईं लागू, तब से छह अस्पतालों में लगी आग, 56 लोगों की मौत
By विशाल कुमार | Published: November 9, 2021 10:51 AM2021-11-09T10:51:14+5:302021-11-09T10:55:59+5:30
जनवरी में भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत के बाद महाराष्ट्र सरकार की एक ऑडिट समिति ने एक पेशेवर फायर अधिकारी, आंतरिक दमकल टीम की तैनाती और प्रत्येक तल एवं शिफ्ट के लिए एक फायर वार्डेन की तैनाती जैसी 15 सिफारिशें की थीं.
मुंबई:महाराष्ट्र में पिछले 10 महीने में छह अस्पतालों में आग लगने की छह घटनाएं सामने आ चुकी हैं जिसमें 56 लोगों की मौत हो चुकी है.
जबकि इस साल जनवरी में भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत के बाद महाराष्ट्र सरकार की एक ऑडिट समिति ने 15 सिफारिशें की थीं जिसमें हर अस्पताल में एक पेशेवर फायर अधिकारी, आंतरिक दमकल टीम की तैनाती और प्रत्येक तल एवं शिफ्ट के लिए एक फायर वार्डेन की तैनाती शामिल थी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भंडारा की घटना के बाद आग लगने की पांच बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें 45 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन सरकार ने अभी तक उसमें से किसी सिफारिश को लागू नहीं किया है.
अहमदनगर नगर पालिका के दमकल प्रमुख शंकर मिसाल ने कहा कि आईसीयू में आग बुझाने वाली छह मशीन होने के बावजूद केवल एक कर्मचारी उसका इस्तेमाल कर सका.
रविवार को स्वास्थ्य राजेश टोपे ने कहा कि हर अस्पताल में एक फायर अधिकारी और एक प्रतिक्रिया टीम होनी चाहिए जबकि समिति जवनरी में ही अपनी सिफारिश कर चुकी है.