मुंबई, 20 जूनः महाराष्ट्र के जलगांव जिले में कुएं पर नहाने को लेकर पिछड़ी जाति के दो किशोरों की पिटाई की गई थी, जिसका वीडियो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, जिसके बाद मंगवार को महाराष्ट्र बाल अधिकार आयोग ने राहुल गांधी एक नोटिस जारी किया है, जिसका जवाब 10 दिनों के भीतर मांगा।
आयोग ने यह नोटिस जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 74 और पॉक्सो की धारा 23 के तहत जारी किया है। इसमें बताया गया है कि कुएं पर बिना कपड़ों के नहाने गए बच्चों के साथ मारपीट होने के बाद उनकी पहचान उजागर की गई है। {{{{twitter_post_id####
}}}}Maharashtra State Commission for Protection of Child Rights issued a notice to Congress President Rahul Gandhi under section 74 of Juvenile Justice Act§ion 23 of POCSO act,for disclosing identity of boys who were beaten naked for swimming in a pond; seeks reply within 10 days pic।twitter।com/oe7J61hUrN
— ANI (@ANI) June 19, 2018
आपको बता दें, दोनों किशोरों के साथ कुएं पर नहाने को लेकर मारपीट की गई थी और उन्हें पूरे गांव में निर्वस्त्र घुमाया गया था। इस मामले के सामने आने के बाद राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोला था और उन्होंने मनुवाद की नफरत की जहरीली राजनीति करने वाला बताया था।
राहुल ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा था, 'महाराष्ट्र के इन दलित बच्चों का अपराध सिर्फ इतना था कि ये एक "सवर्ण" कुएं में नहा रहे थे। आज मानवता भी आखरी तिनकों के सहारे अपनी अस्मिता बचाने का प्रयास कर रही है। आरएसएस/बीजेपी की मनुवाद की नफरत की जहरीली राजनीति के खिलाफ हमने अगर आवाज नहीं उठाई तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा।' {{{{twitter_post_id####
महाराष्ट्र के इन दलित बच्चों का अपराध सिर्फ इतना था कि ये एक "सवर्ण" कुएं में नहा रहे थे।
किशोरों की पिटाई और उनकी निर्वस्त्र परेड का वीडियो 10 जून को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला सामने आया था। स्थानीय पुलिस ने बताया था कि दोनों किशोरों की उम्र 15-16 साल है। दोनों लड़के 10 जून को दोपहर तीन बजे जोशी के कुएं पर नहाने गए थे।लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें