महाराष्ट्र: शिवसेना बनी एनसीपी की कठपुतली, बीजेपी ने लगाया आरोप, पूछा-कांग्रेस के साथ कैसे बनाएंगे सरकार?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 3, 2019 09:01 AM2019-11-03T09:01:46+5:302019-11-03T09:01:46+5:30
भाजपा ने उठाया सवाल, क्या शिवसेना कांग्रेस के वर्षों पुराने भ्रष्टाचारी युग को भुलाकर अपने मतदाताओं से दगा करना चाहती है.
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे में शिवसेना पर एनसीपी के हाथों की कठपुतली बनने का आरोप भाजपा के वरिष्ठ नेता ने लगाया है. जिद पर अड़ी शिवसेना को लेकर भाजपा नेता ने कहा कि एनसीपी सत्ता तक पहुंचने के लिए उसका इस्तेमाल कर रही है, जो वह जान नहीं पा रही है. लेकिन जिस दिन शिवसेना को इसका अहसास होगा बहुत देर हो चुकी होगी. उन्होंने कहा कि पूरे मामले एनसीपी ने जिस साफगोई से खुद को अछूता रखा है, यही संदेह की सबसे बड़ी वजह है. वह शिवसेना को मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रही है.
उन्होंने बताया कि एनसीपी भले ही शिवसेना को भरोसा दे रही है कि वह मुख्यमंत्री पद की ओर बढ़े वह उसे पीछे से समर्थन देगी लेकिन शिवसेना को यह समझना चाहिए कि यह बिना कांग्रेस के संभव नहीं है. क्या वह कांग्रेस के वर्षों पुराने भ्रष्टाचारी युग को भुलाकर अपने मतदाताओं से दगा करना चाहती है.
बारिश में भींगना शुभ संकेत-गडकरी
मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बारिश होने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधा. खुले मंच पर जारी इंटरव्यू के दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई. गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा, जब आप बारिश में भींग जाते हैं, तो आपका भविष्य अच्छा होता है...पत्रकार ऐसा कहते हैं.
राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए सोनिया से मिलेंगे पवार
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना में गतिरोध तथा अटकलबाजियों के बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. NCP नेता अजित पवार ने शनिवार को कहा कि मुलाकात के दौरान पवार की सोनिया से राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा होने की संभावना है. इस बैठक पर काफी कुछ निर्भर करेगा.
जांच एजेंसियों से डराने-धमकाने का हथकंडा महाराष्ट्र में कारगर नहीं
मुनगंटीवार पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की 'धमकी' दी है क्योंकि राजनीतिक समीकरण साधने के लिए जांच एजेंसियों के इस्तेमाल जैसे 'धमकाने वाले हथकंडे' महाराष्ट्र में कारगर नहीं है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस धमकी से आम लोग क्या समझेंगे? इसका मतलब क्या यह है कि भारत के राष्ट्रपति आपकी (भाजपा की) जेब में हैं या राष्ट्रपति की मुहर महाराष्ट्र में भाजपा के दफ्तर में रखी है?''
पहले सरकार बनाने का दावा पेश करें शिवसेना
सूत्रों ने कहा कि जो लोग राष्ट्रपति शासन की बात कर रहे हैं, उन्हें पहले प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करना चाहिए. राष्ट्रपति संविधान में सर्वोच्च प्राधिकार हैं. यह किसी व्यक्ति के बारे में नहीं, देश के बारे में है. देश किसी की जेब में नहीं है.''
मुनगंटीवार के भी बदले सुर :
विवादों के बीच भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को भरोसा जताया कि राज्य में 10 नवंबर से पहले नई सरकार बन जाएगी. मुनगंटीवार ने चंद्रपुर में संवाददाताओं से कहा कि नई सरकार का शपथग्रहण छह या सात नवंबर को होगा. जनादेश का सम्मान करना भाजपा और शिवसेना का कर्तव्य है. मंत्रिपद किस तरह से बांटना है यह चर्चा के जरिये तय हो सकता है. भाजपा वार्ता के लिए तैयार है.''
उद्धव ठाकरे सोचें सीएम बनने के बारे में : आठवले
आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास आठवले ने आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र की राजनीति में नौसिखिया करार देते हुए सीएम पद के लिए सही नहीं माना. उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में अगर अवसर मिले तो शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे इस शीर्ष पद के बारे में सोचें. आठवले ने यह अनुरोध किया कि शिवसेना ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद बांटने पर जोर नहीं डाले.