Maharashtra Political Crisis: ईडी के सामने नहीं पेश हुए शिवसेना सांसद राउत, दूसरा समन जारी, अब 1 जुलाई को बुलाया
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 28, 2022 02:59 PM2022-06-28T14:59:56+5:302022-06-28T15:00:53+5:30
Maharashtra Political Crisis: शिवसेना सांसद संजय राउत ने धन शोधन के एक कथित मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने के लिए मंगलवार को अतिरिक्त समय मांगा था।
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में राजनीतिक जंग जारी है। प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना नेता संजय राउत को दूसरा समन भेजा है, जिसमें उन्हें पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में 1 जुलाई को ED के समक्ष पेश होने के लिए कहा है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने धन शोधन के एक कथित मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने के लिए मंगलवार को अतिरिक्त समय मांगा था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राउत मुसीबत में फंसे हुए हैं।
Enforcement Directorate (ED) sends a second summon to Shiv Sena leader Sanjay Raut, asking him to appear before them on 1st July in connection with the Patra Chawl land scam case.
— ANI (@ANI) June 28, 2022
(File photo) pic.twitter.com/oMCnaeRRRE
ईडी ने राउत को मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास और उनकी पत्नी तथा दोस्तों से जुड़े अन्य वित्तीय लेन-देन से जुड़े धन शोधन के कथित मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए मंगलवार को तलब किया था। राउत को ऐसे समय में तलब किया गया है, जब शिवसेना के कुछ विधायकों की बगावत की वजह से महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि राउत अलीबाग (रायगढ़ जिला) की अपनी पूर्व निर्धारित यात्रा के कारण मंगलवार को शहर में नहीं हैं और उनके वकील पेशी के लिए अतिरिक्त समय देने की मांग को लेकर पूर्वान्ह करीब 11.15 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे।
अधिकारी के मुताबिक, वकील ने ईडी के अधिकारियों को एक पत्र सौंपा, जिसमें राउत को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए अतिरिक्त समय देने का अनुरोध किया गया है। राउत ने सोमवार को कहा था कि उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ उनकी लड़ाई रोकने की ‘‘साजिश’’ के तहत उन्हें ईडी ने तलब किया है। उन्होंने बताया था कि वह मंगलवार को एजेंसी के सामने पेश नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उन्हें अलीबाग में एक बैठक में हिस्सा लेना है।