Maharashtra New CM Updates: महाराष्ट्र में महायुति सरकार शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को किया जाएगा। इस बीच सूत्रों ने बताया है कि 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को महाराष्ट्र विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ठाणे के जुपिटर अस्पताल ले जाया गया है। उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य जांच की सलाह दी है।
विधायक नेता का चुनाव करेंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फड़नवीस का नाम तय हो गया है। महायुति गठबंधन में भाजपा के दो मुख्य सहयोगी दलों शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि 21-22 मंत्री भाजपा से, शिवसेना से 11-12 और एनसीपी से 9-10 मंत्री बन सकते हैं।
चर्चा है कि मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले बुधवार को की जाएगी। गृह और राजस्व मंत्रालय भाजपा के पास रहेगा। चर्चा है कि वित्त और डिप्पी स्पीकर पद एनपीसी को मिलेगा। एकमाथ शिंदे की शिवसेना को शहरी विपास मंत्रालय दिया जाएगा।
भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी है कि नया मुख्यमंत्री पांच दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं की मौजूदगी में मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगा। हालांकि पार्टी ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा के फैसले का समर्थन करेंगे।
हाल ही में संपन्न राज्य चुनाव में महायुति ने 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट पर जीत दर्ज की। भाजपा 132 सीट के साथ आगे रही, जबकि शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीट मिलीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच दिसंबर को महाराष्ट्र में नयी महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। भाजपा सूत्रों ने बताया कि फड़नवीस इस शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।
वह दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पूर्ववर्ती एकनाथ शिंदे नीत सरकार में उप मुख्यमंत्री थे। कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल रहे शिंदे इन अटकलों के बीच एक दिन पहले अपने पैतृक गांव चले गए कि नयी सरकार को आकार देने के तौर-तरीकों से वह खुश नहीं हैं। उनके एक सहयोगी ने बताया कि वह बीमार हैं। उन्होंने बताया कि शिंदे को तेज बुखार है।