महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की न्यायिक हिरासत 22 अप्रैल तक बढ़ाई, जानें मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 18, 2022 04:12 PM2022-04-18T16:12:03+5:302022-04-18T16:13:37+5:30
राकांपा नेता नवाब मलिक 21 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से पहले सात मार्च तक ईडी की हिरासत में थे और इसे बाद में चार अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था। चार अप्रैल को उनकी हिरासत फिर से 18 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी।
मुंबईः यहां की एक विशेष अदालत ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की न्यायिक हिरासत सोमवार को 22 अप्रैल तक बढ़ा दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता मलिक ने अदालत को अपने खराब स्वास्थ्य के बारे में बताया।
मलिक को धन शोधन निवारण अधिनियम से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए नामित विशेष न्यायाधीश आर. एन. रोकाडे के समक्ष पेश किया गया। राकांपा नेता ने अदालत को बताया कि वह गुर्दे की बीमारी के कारण अस्वस्थ हैं और उनके पैरों में सूजन है।
मलिक ने कहा कि जब भी उन्होंने अपने पैरों में दर्द की शिकायत की, जेल अधिकारियों ने उन्हें केवल दर्द निवारक दवाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी चिकित्सा समस्याओं का स्थायी समाधान चाहता हूं।’’ मलिक के वकील कुशाल मोर ने अदालत को बताया कि अपनी अवैध गिरफ्तारी को चुनौती देने और तत्काल रिहाई के अनुरोध को लेकर उच्चतम न्यायालय के समक्ष दायर मंत्री की याचिका पर 22 अप्रैल को सुनवाई होने की संभावना है।
विशेष न्यायाधीश रोकाडे ने इसके बाद मलिक की न्यायिक हिरासत 22 अप्रैल तक बढ़ा दी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में मलिक को 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
राकांपा नेता 21 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से पहले सात मार्च तक ईडी की हिरासत में थे और इसे बाद में चार अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था। चार अप्रैल को उनकी हिरासत फिर से 18 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी।