महाराष्ट्र: देवेंद्र फड़नवीस मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल से करेंगे चर्चा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 4, 2023 10:08 AM2023-09-04T10:08:26+5:302023-09-04T10:11:36+5:30
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ किये गये पुलिस लाठीचार्ज का मामला अब तेजी से सियासी रंग ले रहा है।
जालना: महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ किये गये पुलिस लाठीचार्ज का मामला अब तेजी से सियासी रंग ले रहा है। इस बीच लाठीचार्ज के कारण पैदा हुए तनाव को कम करने के लिए लिए सूबे के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने सोमवार को मराठा आंदोलन के नेता मनोज जारांगे पाटिल को चर्चा के लिए बुलाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के अनुसार राज्यसभा सांसद और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले ने भी मामले में दखल देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अपील की कि वो इस मुद्दे को गंभीरता से लें और इस पर संबंधित पक्ष से व्यापक चर्चा करें।
इस बीच डिप्टी सीएम फड़नीस के दफ्तर ने बताया कि खुद डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने जारंगे पाटिल से फोन पर बात की है और उन्हें आश्वासन दिया कि जालना में हुई लाठीचार्ज की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।
डिप्टी सीएमओ ने कहा, "फड़नवीस ने जारांगे पाटिल से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि सरकार मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा करेगी और निश्चित रूप से इसका शांतिपूर्ण समाधान तलाशकर स्थिति को सामान्य करने का प्रयास करेगी। उम्मीद है कि सरकार और मराठा आरक्षण आंदोलन के नेताओं के बीच जल्द ही बैठक होगी।
खबरों के मुताबिक मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र कैबिनेट उप-समिति की बैठक सोमवार दोपहर 12 बजे होने वाली है। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस दोनों मौजूद रहेंगे।
इससे पहले बीते शनिवार को मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा था कि राज्य सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए बेहद गंभीर और प्रतिबद्ध है।
जालना में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प पर सीएम शिंदे ने कहा, “नवंबर 2014 में जब तत्कालीन सीएम देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में गठबंधन सरकार सत्ता में थी तो उसने मराठा समुदाय के आरक्षण की घोषणा की थी। हाईकोर्ट ने भी सरकार द्वारा लिए गए मराठा आरक्षण के फैसले को बरकरार रखा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अलग फैसला लिया।"
उन्होंने आगे महाविकास अघाड़ी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "सब जानते हैं कि यह किसी की लापरवाही के कारण हुआ है। मराठा आरक्षण का मामला फिलहाल कोर्ट में है। राज्य सरकार इस मामले को अदालत में लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कुछ कठिनाइयां हैं लेकिन राज्य सरकार उन्हें हल करने की कोशिश कर रही है।"
इसके साथ मुख्यमंत्री शिंदे ने लोगों से अपील की कि वो उन लोगों से सावधान रहें, जो खराब हो रही स्थिति से राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं।
मालूम हो कि बीते शुक्रवार को जालना में मराठाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था। जिसके बाद से इस मामले में विवाद और बढ़ गया था।