महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जंग जारी है। मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, लोकसभा चुनाव से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था तब शिवसेना से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया गया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार फड़नवीस ने कहा, 'हमारे पार्टी अध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की है कि शिवसेना के सीएम पद के लिए कुछ भी तय नहीं किया गया है। अभी कोई फॉर्मूला तय नहीं हुआ है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार होगी। बीजेपी स्थिर और सक्षम महायुति (गठबंधन) सरकार का नेतृत्व 5 साल तक करेगी।'
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे के बाद से ही शिवसेना की ओर से बीजेपी के साथ 50-50 के फॉर्मूले की बात उछाले जाने के बाद राज्य में सरकार बनाने को लेकर अभी भी संशय की स्थिति है। इस बीच मंगलवार को 2 निर्दलीय विधायकों विनोद अग्रवाल और महेश बाल्दी ने सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ मुलाकात करके बीजेपी को अपना समर्थन दिया।
वहीं, वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा उनके पास भी अन्य विकल्प हैं। संजय राउत से जब पूछा गया कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के बावजूद सरकार बनाने में समय क्यों लग रहा है तो उन्होंने कहा कि यहां (महाराष्ट्र) में कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हैं। यहां हम हैं जो 'धर्म और सत्य' की राजनीति करते हैं, शरद जी जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।