महाराष्ट्र में बोले पीएम मोदी, 'परिवारवाद के नीचे डूब चुका है कांग्रेस का राष्ट्रवाद, ले रही है अंतिम सांसें'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 16, 2019 02:59 PM2019-10-16T14:59:05+5:302019-10-16T14:59:05+5:30
PM Modi in Partur: पीएम मोदी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र के परतूर में एक चुनावी जनसभा में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में बुधवार को आगामी विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए परतूर में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने परतूर की रैली में कहा, 'परिवारवाद के नीचे कांग्रेस का राष्ट्रवाद डूब चुका है। परिवार भक्ति में ही कांग्रेस को राष्ट्र भक्ति नजर आती है, और यही वजह है कि कांग्रेस आज लड़खड़ा रही है, अंतिम सांस ले रही है।'
मोदी ने कांग्रेस-एनसीपी पर साधा निशाना
पीएम ने महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी राज पर भी सवाल उठाए और उसे मराठवाड़ा के पिछड़नेपन की वजह बताया। मोदी ने कहा, 'कांग्रेस-एनसीपी के शासन का बड़ा नुकसान मराठवाड़ा को हुआ है। 2014 से पहले स्थिति ये थी कि योजनाएं तो मराठवाड़ा के लिए बनती थीं पर विकास कुछ नेताओं का होता था, नेताओं के रिश्तेदारों का होता था'
पीएम मोदी ने कहा 'महाराष्ट्र को 3-3 मुख्यमंत्री देने के बावजूद मराठवाड़ा की स्थिति में खास अंतर नहीं आया। सड़क, पानी, अस्पताल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी इस इलाके को तरसा दिया गया। मुख्यमंत्रियों का क्षेत्र होने के बावजूद यहां से विकास गायब रहा।'
पीएम मोदी ने परतूर की रैली में कहा, 'इस चुनाव में क्या होगा ये मैं आपको बताता हूं। एनसीपी की घड़ी में 10 पर एक भाई खड़ा है दूसरे 10 पर दूसरा भाई खड़ा है। इसका मतलब एक भाई 10 सीटें लेकर आएगा और दूसरा भाई भी 10 सीटें लेकर आएगा।'
वहीं तीन तलाक के मुद्दे पर पीएम ने कहा, 'मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के दंश से मुक्ति दिलाने का काम भी भाजपा और महायुती की ही सरकार ने पूरा किया। कांग्रेस और एनसीपी ने मुस्लिम बहनों को न्याय के इस प्रयास को रोकने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन आज एक सख्त कानून बन चुका है।'
उन्होंने कहा, 'सार्थक और सही विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार में तालमेल बहुत जरूरी है, नीयत साफ होनी बहुत जरूरी है। महाराष्ट्र के सामान्य जन का विकास तब और तेज हो जाता है जब केंद्र के प्रयासों को यहां की सरकार आगे बढ़ाए, उनकों विस्तार दें।'