मुंबईः महाराष्ट्र विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार 1 जुलाई को हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कांग्रेस विधायक नाना पटोले को पूरे दिन के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया। विपक्ष ने भाजपा विधायक बबनराव लोनीकर की टिप्पणियों पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से माफ़ी मांगने की मांग की। लोनीकर के बयानों पर विवाद के बाद पटोले ने अध्यक्ष की कुर्सी के पास राजदंड को छुआ और नारे लगाने लगे। नतीजतन, सदन स्थगित कर दिया गया और पटोले को पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।
किसानों के बारे में भाजपा विधायक बबनराव लोनीकर की टिप्पणी से विधानसभा में हंगामा मच गया। विपक्ष ने लोनीकर पर किसानों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से माफी मांगने की मांग की। नाना पटोले आक्रामक हो गए और कथित तौर पर चिल्लाने लगे, "किसानों का पिता प्रधानमंत्री मोदी नहीं होगा, यह तुम्हारा पिता होगा।"
इसके बाद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के सामने राजदंड छुआ और नारे लगाना जारी रखा। इस पर अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी। महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक नाना पटोले को विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप चढ़ने को लेकर मंगलवार को विधानसभा से दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया है।
प्रश्नकाल के तुरंत बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पटोले ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बबनराव लोनीकर और कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर किसानों का अपमान करने का आरोप लगाया और दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वह विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से बहस करते देखे गए।
इसके बाद सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पटोले की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस नेता विधानसभा अध्यक्ष की ओर आक्रामक तरीके से बढ़े थे, जो सही नहीं है और उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि पटोले को माफी मांगनी चाहिए।
हालांकि, पटोले फिर से विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप चढ़ गए तथा लोनिकर और कोकाटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने घोषणा की कि वह पटोले को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर रहे हैं।
लोनिकर ने हाल में जालना जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र परतुर में किसानों की एक सभा में कहा था कि ‘‘जो लोग उनकी पार्टी और सरकार की आलोचना करते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें कपड़े, जूते, मोबाइल, योजनाओं का मौद्रिक लाभ और बुवाई के लिए पैसे हमारी वजह से मिल रहे हैं’’।
कोकाटे ने दावा किया था कि किसानों ने कर्ज माफी के पैसे शादियों पर खर्च कर दिए। कृषि मंत्री ने कहा कि एक रुपया तो भिखारी भी नहीं लेता, लेकिन सरकार उतनी राशि में फसल बीमा दे रही है, जिसका कुछ लोग दुरुपयोग कर रहे हैं।