महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस शुक्रवार को तब बाल-बाल बच गए जब उनको ले जा रहा हेलीकॉप्टर रायगढ़ जिले में लैंडिंग के दौरान जमीनी गीली होने की वजह से फिसल गया।
फड़नवीस अहमदनगर में महाजनादेश संकल्प रैली को संबोधित करने के बाद पेण इलाके में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। लेकिन यहां लैंडिंग वाली जगह जमीन गीली और फिसलन भरी होने की वजह से थोड़ी देर के लिए पायलट ने हेलीकॉप्टर से अपना नियंत्रण खो दिया।
जमीन गीली होने की वजह से फड़नवीस के चॉपर पायलट ने खोया नियंत्रण
हालांकि, पायलट ने कुछ ही सेकेंड्स में फिर से हेलीकॉप्टर पर अपना नियंत्रण पा लिया और उसकी सुरक्षित लैंडिंग करवाई। पुलिस के मुताबिक, फड़नवीस समेत हेलीकॉप्टर में मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं। इस हेलीकॉप्टर में फड़नवीस के साथ उनके निजी सहायक, एक इंजीनियर, को-पायलट भी थे।
स्थानीय न्यूज चैनलों पर प्रसारित वीडियो में दिखाया गया है कि चॉपर को नीचे उतरने के बाद थोड़ा ऊपर उठते और फिर घूमने के बाद सुरक्षित लैंडिंग करते देखा जा सकता है। पुलिस के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी विभाग ने फड़नवीस की यात्रा के लिए यहां अस्थाई हेलिपैड बनाया था।
पांचवीं बार हेलीकॉप्टर हादसे से बचे देवेंद्र फड़नवीस
ये पहली बार नहीं है जब फड़नवीस किसी हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार होने से बचे हों।
25 मई 2017
इससे पहले मई 2107 में लातूर में उनको ले जा रहा हेलीकॉप्टर बिजली के तारों में उलझने के बाद लातूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, हालांकि वह तब ज्यादा ऊंचाई पर नहीं था इसीलिए हेलीकॉप्टर को तो काफी नुकसान पहुंचा था लेकिन सौभाग्य से फड़नवीस समेत छह अन्य लोगों को कोई चोट नहीं पहुंची थी।
7 जुलाई 2017उसी साल जुलाई में फड़नवीस के बैठने से पहले ही हेलीकॉप्टर उड़ गया था। हालांकि अपने सुरक्षा गार्ड की फुर्ती से वह बाल-बाल बच गए थे।
9 दिसंबर 2017
उसी साल दिसंबर में, उनके चॉपर को उड़ाने भरने के कुछ ही देर बाद लैंडिंग करनी पड़ी थी, क्योंकि उसमें क्षमता से ज्यादा लोग थे। कुछ लोगों को उतारने के बाद फड़नवीस और उनके कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन ने उड़ान भरी थी।
11 जनवरी 2018
इसके कुछ ही महीने बाद जनवरी 2018 में भी फड़नवीस हादसे से बाल-बाल बच गए थे, जब उनके चॉपर के पायलट को लैंडिंग के समय केबल दिखाई थी और उसने अंतिम क्षणों में लैंडिंग ने करते हुए हादसा टाल दिया था।
11 अक्टूबर 2019
रायगढ़ जिले में फड़नवीस के चॉपर ने लैंडिंग के समय फिसनल भरी जमीन पर नियंत्रण खोया, लेकिन आखिर में पायलट ने सुरक्षित लैंडिंग कराई।