महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभाः कम सीट ने भाजपा को झकझोरा, हर चुनावी जंग को राष्ट्रवाद मुद्दे सही नहीं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2019 04:47 PM2019-10-25T16:47:56+5:302019-10-25T16:47:56+5:30

भाजपा के एक नेता ने चुनाव परिणाम का जिक्र करते हुए स्वीकार किया कि हरियाणा में स्थानीय मुद्दों ने चुनाव में पार्टी के उम्मीद से कमतर रहे प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाई है। भाजपा ने चुनाव में अनुच्छेद 370 जैसे व्यापक महत्व वाले राष्ट्रीय विषयों को चुनावी मुद्दा बनाया था।

Maharashtra and Haryana Legislative Assembly: Low seat shocks BJP, local issues dominate elections | महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभाः कम सीट ने भाजपा को झकझोरा, हर चुनावी जंग को राष्ट्रवाद मुद्दे सही नहीं

हरियाण में सबसे बड़े जातीय समुदाय के रूप में जाट मतदाताओं का भाजपा के विरुद्ध ध्रुवीकरण पार्टी के लिये भारी नुकसान का सबब बना।

Highlightsउन्होंने माना कि इसी प्रकार महाराष्ट्र में भी, जहां पार्टी अप्रत्याशित बहुमत की अपेक्षा कर रही थी।स्पष्ट हो गया है कि अलग अलग चुनाव में मतदाताओं के लिये चुनावी मुद्दे भी भिन्न भिन्न होते हैं।

महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में भले ही सत्तारूढ़ भाजपा अपनी सत्ता बरकरार रखने की दिशा में अग्रसर हो किंतु बृहस्पतिवार को घोषित चुनाव परिणामों ने कई मुद्दों पर पुनर्विचार के लिए मजबूर कर दिया है।

भाजपा के एक नेता ने चुनाव परिणाम का जिक्र करते हुए स्वीकार किया कि हरियाणा में स्थानीय मुद्दों ने चुनाव में पार्टी के उम्मीद से कमतर रहे प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाई है। भाजपा ने चुनाव में अनुच्छेद 370 जैसे व्यापक महत्व वाले राष्ट्रीय विषयों को चुनावी मुद्दा बनाया था।

उन्होंने माना कि इसी प्रकार महाराष्ट्र में भी, जहां पार्टी अप्रत्याशित बहुमत की अपेक्षा कर रही थी, वहां भी स्थानीय मुद्दे चुनाव में हावी रहे। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिले मत प्रतिशत की तुलना में विधानसभा चुनाव के मत प्रतिशत में भारी अंतर से भी स्पष्ट हो गया है कि अलग अलग चुनाव में मतदाताओं के लिये चुनावी मुद्दे भी भिन्न भिन्न होते हैं।

उन्होंने माना कि हर चुनावी जंग को राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों के इर्दगिर्द रखने से स्थानीय स्तर पर, हर बार तीर निशाने पर ही लगे, यह जरूरी नहीं। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक अन्य भाजपा नेता ने कहा कि कृषि संकट और तमाम दलों के नेताओं का भाजपा में शामिल होना भी महाराष्ट्र में पार्टी के लिये नुकसानदायक साबित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के निशाने पर आये वरिष्ठ राकांपा नेता शरद पवार को राजनीतिक बदले की भावना से शिकार बनाने के कारण जनता में सहानुभूति मिलने की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा कि बेशक इससे भाजपा के बारे में लोगों के मन में बुरा नजरिया बना।

उन्होंने स्वीकार किया कि हरियाण में सबसे बड़े जातीय समुदाय के रूप में जाट मतदाताओं का भाजपा के विरुद्ध ध्रुवीकरण पार्टी के लिये भारी नुकसान का सबब बना। उल्लेखनीय है कि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के पिछले चुनाव में महज 15 सीट जीतने वाली कांग्रेस को हाल ही में लोकसभा चुनाव में राज्य में एक भी सीट नहीं मिली थी।

इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 31 सीट जीतने में कामयाब रही, वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव में 47 सीट और लोकसभा चुनाव में सभी दस सीट जीतने वाली भाजपा को इस विधानसभा चुनाव में बहुमत के आंकड़े से थोड़ा दूर रहकर 40 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में हरियाणा में 58 फीसदी वोट पाने वाली भाजपा का विधानसभा चुनाव में मत प्रतिशत लुढ़क कर 36.5 पर आ गया है।

इसी प्रकार महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम के ताजा रुझानों के मुताबिक राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 103 और उसके सहयोगी दल शिवसेना को 57 सीटें मिली हैं। पिछले चुनाव में भाजपा की 122 और शिवसेना की 63 सीटें थीं। पिछले चुनाव में दोनों दलों ने अपने बलबूते चुनाव लड़ा था।

महाराष्ट्र में राजग गठबंधन का मत प्रतिशत 42 रहा जबकि लोकसभा चुनाव में यह 51 प्रतिशत था। हालांकि दोनों राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगी दल विरोधी दलों से काफी आगे हैं लेकिन हरियाणा में विपक्ष का सूपड़ा साफ होने की राजनीतिक विश्लेषकों की भविष्यवाणियों को गलत साबित करते हुये कांग्रेस के अनपेक्षित बेहतर प्रदर्शन ने भाजपा और विरोधी खेमे के बीच जीत हार के अंतर को कम कर दिया। महाराष्ट्र का चुनाव परिणाम शिवसेना से इतर भाजपा के अन्य घटक दलों को उत्साहित करने वाला साबित हो सकता है। 

Web Title: Maharashtra and Haryana Legislative Assembly: Low seat shocks BJP, local issues dominate elections

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे