मध्य प्रदेश: SIT करेगी मॉब लिंचिंग घटना की जांच, पुलिस ने 3 लोगों को किया गिरफ्तार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 7, 2020 06:07 AM2020-02-07T06:07:42+5:302020-02-07T06:07:42+5:30
धार जिले के मनावर के ग्राम बोरलाई में बुधवार को घटी मॉब लिंचिंग घटना की जांच को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सख्त रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री ने घटना की जांच एसआईटी से कराने की घोषणा की है.
मध्य प्रदेश के धार जिले के मनावर क्षेत्र के ग्राम बोरलाई में हुए मॉब लिंचिंग की घटना की जांच के लिए सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. इस मामले में पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
धार जिले के मनावर के ग्राम बोरलाई में बुधवार को घटी मॉब लिंचिंग घटना की जांच को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सख्त रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री ने घटना की जांच एसआईटी से कराने की घोषणा की है. वहीं इस घटना में मृत किसान के परिवार वालों को 2 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान सरकार ने किया है. इसके साथ ही घायलों का मुफ्त में इलाज सरकार कराएगी.
राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी. सी. शर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक धार से इस पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है. इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी को घटना की जांच का जिम्मा सौंपा है. उन्होंने बताया कि एसआईटी में एडिशनल एसपी, सीएसपी और टीआई को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए वे गृह मंत्री से चर्चा करेंगे और इसे किस तरह रोका जा इसके लिए जल्द सख्त कदम उठाए जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा 40 संदिग्धों की हुई पहचान
इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती घायलों को देखने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट पहुंचे. उन्होंने घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली. सिलावट ने कहा कि सरकार ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए का मुआवजा देने का फैसला लिया है. घटना में हुए घायलों का इलाज सरकार कराएगी. मंत्री ने बताया कि इस घटना को लेकर पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही वीडियो के आधार पर 40 लोगों की पहचान की गई है.
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि धार जिले के मनावर क्षेत्र के ग्राम बोरलाई में बुधवार को ग्रामीणों ने बच्चा चोर गिरोह समझ कर 6 किसानों के साथ लाठी डंडों और पत्थरों से जमकर मारपीट कर दी, जिसमें 6 किसान घायल हुए, इनमें से दो की हालत नाजुक थी, जिन्हें पुलिस द्वारा सूचना के बाद जैसे तैसे बचाकर बड़वानी अस्पताल रेफर किया गया. इस दौरान एक किसान की मौत हो गई, बाकी का इलाज जारी है. किसान की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया.
5 पुलिस वाले निलंबित
मॉब लिंचिंग की घटना को डीजीपी वी के सिंह दु:खद व्यक्त किया है. उन्होंने कहा इस घटना में लापरवाही बरतने वाले टीआई, एस आई और 3 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. डीजीपी ने इस घटना के लिए भीड़ सहित पुलिस वालों को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा भीड़ में शामिल लोग इस भयावह घटना का वीडियो बनाती रही. किसी ने भी आक्रोशित लोगों को रोकने की कोशिश नहीं की. वी के सिंह ने कहा- दोषी पाए जाने पर अन्य पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.