भोपाल, 27 सितंबर:मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसरों और अखिल विद्यार्थी विहिन परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच एक अनोखा नजारा दिखा। सरकारी कॉलेज में ज्ञापन देने आए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने हंगामे के साथ प्रोफेसरों से गुंडागर्दी भी की और जमकर नारे भी लगाए। कॉलेज के एक वरिष्ठ प्रोफेसर ने जब इन नारों और गुंडागर्दी का विरोध किया तो कार्यकर्तआों ने उनपर राष्ट्र द्रोह का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करान की धमकी भी दी। इसके बाद प्रोफेसर ने एक उन कार्यकर्ताओं के पैरों पर गिर पड़े। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जानिए क्या है मामला
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मंदसौर के पीजी कॉलेज में प्रोफेसर दिनेश गुप्ता कक्षा के अंदर थे। तभी एबीवीपी के कार्यकर्ता कॉलेजे में साइंस के चौथे सेमेस्टर के रिजल्ट मं देरी के लिए प्रिंसिपल को ज्ञापन देने कॉलेद के अंदर आएं। जब कॉलेज के प्रशासन ने उन्हें रोका तो कार्यकर्ता हंगामा और नारेबाजी करने लगे। यह शोर सुनकर प्रोफेसर दिनेश गुप्ता अपने रूम से बाहर निकले और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं वंदे मातरम् और भारत माता का जय नारा लगाने पर जब प्रोफेसर ने इसका विरोध किया तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें राष्ट्रोद्रोही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कराने की धमकी दे दी। इसके बाद परेशान होकर प्रोफेसर ने उन प्रदर्शनकारियों के चरण को छूने लगे। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया।
इस वीडियो में प्रोफेसर ने सभी प्रदर्शनाकियों से कहा कि सभी एक लाइन में खड़े हो जाएं। इसके बाद प्रोफेसर ने एक के बाद एक प्रदर्शनकारियों के पैर छूना शुरू कर दिया। पैर छूने के साथ ही प्रोफेसर ने कहा कि अगर पढ़ाना अपराध है तो मैं मांफी मांगता हूं। इसके बाद सभी प्रदर्शनकारी गेट की तरफ भागते नजर आएं। यह वीडियो एक स्थानीय टेलीविजन के संवाददाताओं ने कैमरे में शूट किया। यह घटना बुधवार को बताई जा रही है। गुरुवार की सुबह, गुप्ता ने तीन दिन की छुट्टी पर चले गए।
मंदसौर के विधायक यशपाल सिसोदिया ने कहा कि यह घटना उतनी बड़ी नहीं थी जितनी इसे बनाया जा रहा था।
बीजेपी के विधायक ने दावा किया कि छात्रों ने प्रोफेसर से माफी माँगने या अपने पैरों को छूने के लिए नहीं कहा था, और उन्होंने स्वयं ही ऐसा किया। उन्होंने कहा कि अभी तक साबित करने के लिए कोई वीडियो फुटेज नहीं है कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें माफी मांगी है, उन्होंने कहा कि वह दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे थे। इसके अलावा विधायक ने कहा कि "मैं छात्रों को माफी मांगने के लिए माफी माँगने की कोशिश कर रहा हूं।