मध्य प्रदेश: नरसिंहपुर से पकड़ा गया जबलपुर से फरार NSA आरोपी कोरोना मरीज, जानकारी देने वालों के लिए किया गया था इनाम घोषित
By स्वाति सिंह | Published: April 20, 2020 10:31 AM2020-04-20T10:31:51+5:302020-04-20T10:31:51+5:30
ष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किए इस मरीज को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से वह रविवार को फरार हो गया था ।
जबलपुर: जहां एक तरह पूरा देश कोरोना वायरस संकट से उबरने के लिए लड़ रहा है, वहीं कुछ ऐसी भी घटनाएं सामने आई हैं जिसमे कोरोना संदिग्ध छिप रहे हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के जबलपुर से फरार कोरोना संक्रमित मरीज को पकड़ लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस कोरोना मरीज का इलाज जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में चल रहा था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अस्पताल से फरार होने के बाद सोमवार को उसे नरसिंहपुर के मदनपुर चेक पोस्ट पर पकड़ा गया। जिसके बाद उसे जबलपुर के सेंट्रल जेल में भेजा गया था। इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किए इस मरीज को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से वह रविवार को फरार हो गया था।
हाल ही में आरोपी में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुयी थी । एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित और रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया आरोपी यहां अस्पताल से इलाज के दौरान फरार हो गया था। जिला कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि इस आरोपी और अन्य मरीजों को अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी सुविधा वाले वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा था, तब यह आरोपी वहां से चमका देकर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि इन्दौर में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस पर हमला करने पर चार आरोपियों को रासुका के तहत गिरफ्तार कर जबलपुर जेल भेजा गया था।
MP: A #COVID19 positive patient(in white clothes)who had escaped from isolation ward of Netaji Subhash Chandra Bose Medical College in Jabalpur,has been caught near Madanpur check post, Narsinghpur. He was earlier arrested under National Security Ac&sent to Jabalpur central jail. pic.twitter.com/1UNM0V9YXO
— ANI (@ANI) April 20, 2020
यहां आने के बाद उसमें से एक आरोपी 11 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाया गया था। जबलपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित सिंह ने कहा कि फरार आरोपी की तलाश की जा रही है और उसकी सूचना देने वाले को 10,000 रुपये का ईनाम भी दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सभी चेक नाकों को आरोपी के बारे में जानकारी देकर सतर्क किया गया है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया था कि फरार आरोपी की फोटो भी सोशल मीडिया में प्रसारित की गई है ताकि लोग उसे आसानी से पहचान सकें और अधिकारियों को इस बारे में सतर्क कर सकें। जिला कलेक्टर ने लोगों से अपील की थी कि फरार मरीज चूंकि कोरोना संक्रमित है इसलिए यदि किसी को उसके बारे में कोई सूचना मिलती है तो वह पुलिस को जरुर सूचना दे ।